- पंजाबी भाषा को सम्मान देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का हार्दिक धन्यवाद : गोशा
लुधियाना (संजय मिंका) पंजाब की तरक्की, पंजाबियों का सम्मान और आपसी भाईचारा भाजपा की मुख्य प्राथमिकता है, पंजाब के संवेदनशील और अहम मुद्दों पर अन्य पार्टियां ख़ासकर आम आदमी पार्टी की तरह राजनीति नहीं करती हैं। उक्त बातों का उल्लेख भाजपा के पर्वकता गुरदीप सिंह गोशा ने किया। उन्होंने कहा कि अब भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने बिना हमारी मांग के, बिना किसी संघर्ष के, बिना किसी प्रयास के, पंजाबी भाषा को महत्व देते हुए कि अब सभी परीक्षाएं पंजाबी भाषा में दी जा सकती हैं, यह घोषणा कर पंजाबियों को तोहफा दिया है इसलिए हम पंजाबियों की ओर से केंद्र सरकार, खासकर हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दिल से धन्यवाद करते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार बिना किसी ड्रामे, शोर शराबे के चुपचाप पंजाब और पंजाबियों के हित में काम कर रही है और आगे भी करती रहेगी। हम आम आदमी पार्टी सरकार की तरह झूठे और मनगढ़ंत विज्ञापन देकर जनता को गुमराह नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने आदेश जारी कर दिए हैं, कि अब सीआरपीएफ, बीएसएफ, सीआरएसएफ, भारत-तिब्बत सीमा बल, राष्ट्रीय सुरक्षा और सभी केंद्रीय बलों की परीक्षाएं हिंदी और अंग्रेजी के अलावा पंजाबी में भी कराई जाएंगी। पंजाबियों के लिए बहुत खुशी की खबर यह है कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने भारत के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को भी पत्र लिखकर कहा है कि कि वे छात्रों को पंजाबी भाषा में भी परीक्षा में बैठने की अनुमति दे, भले ही उनका अध्ययन कार्य अंग्रेजी में ही प्रस्तुत किया गया हो। उन्होंने कहा कि पहली बार केंद्रीय कर्मचारी चयन आयोग अपनी भर्ती परीक्षा के पेपर हिंदी और अंग्रेजी के साथ-साथ पंजाबी भाषा में
भी आयोजित करेगा उन्होंने कहा कि अब यह पंजाब सरकार की जिम्मेदारी है कि वह नए फैसले को लागू करे और पंजाबी भाषा के लिए ईमानदारी और प्राथमिकता के आधार पर काम करे। उन्होंने कहा कि भगवंत मान सरकार जल्द से जल्द आवश्यक पंजाबी पाठ्यपुस्तकें तैयार करवाए। उन्होंने हैरानी जताई कि पंजाब के मुख्यमंत्री या किसी मंत्री ने इस बड़े फैसले की जानकारी पंजाबियों को नहीं दी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार पंजाब और पंजाबियों के हित में एक के बाद एक फैसले ले रही है और पंजाब के लोग भारतीय जनता पार्टी में अपना भविष्य देख रहे हैं, जिससे अरविंद केजरीवाल की पार्टी की सरकार और अन्य राजनीतिक दल घबराएं हुए है।