Tuesday, March 19

सिंघू बार्डर पर विराजमान श्री गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरुप सत्कार के साथ गुरुद्वारा साहिब में विराजमान करने के प्रंबध करें अकाल तख्त के जत्थेदार : अशोक थापर

  • सिंघू बार्डर व लुधियाना कचिहरी परिसर में हुई दोनो ही घटनाएं साम्प्रदायिक्ता का जहर फैलने की गहरी साजिश

लुधियाना (संजय मिका,विशाल)-शहीद सुखदेव थापर बिग्रेड एंटी टैररिस्ट फ्रंट भारत ने पिछले दिनो सिंघू बार्डर पर निंहगो की तरफ से बेअदबी के आरोप लगा कर की गई निर्दोष व्यक्ति का हत्या व लुधियाना कचिहरी परिसर में एक कांग्रेसी नेता व हिन्दू नेता पर किए हमले की जांच हाइकोर्ट के किसी मौजूदा न्यायधीश से करवाने की मांग की। फ्रंट के प्रमुख प्रचारक व अध्यक्ष अशोक थापर ने सिंघू बार्डर व लुधियाना कचिहरी परिसर में हुई दोनो ही घटनाओं को गहरी साजिश करार देते हुए कहा कि देश में साम्प्रदायिक्ता के खेल खेलने वाली ऐजंसीयां राज्य का माहौल बिगाडक़र 80 के दशक की तर्ज पर अराजकता फैलाना चाहती हैं। सिंघू बार्डर पर निहंगो की तरफ से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के बेअदबी के नाम पर हुई हत्या व रेहड़ी वाले से मारपीट की निंदा करते हुए उन्होने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार से आग्रह किया कि वह किसान आंदोलन स्थल पर विराजमान श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पावन स्वरुप को सत्कार से साथ किसी गुरुद्वारा साहिब में भेजने के प्रंबध करें। ताकि भविष्य में कोई शरारती तत्वों की तरफ से शब्द गुरु की बेअदबी को रोका जा सके। वहीं उन्होने निहंग सिंहो व किसान आंदोलन से जुड़े नेताओ से भी अपील की कि वह आंदोलन स्थल पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पावन स्वरुपों को विराजमान करने पर पुर्नविचार करें। थापर ने कहा कि जब श्री अकाल तख्त साहिब ने मर्यादा का हवाला देकर मैरिज पैलेसों में श्री गुरु ग्रंथ साहिब के प्रकाश पर वर्षो पूर्व पांबदी लगा दी थी तो आंदोलन स्थल पर यह नियम लागू क्यों नहीं किए। लुधियाना कचिहरी परिसर में पिछले दिनों निहंगो की तरफ से एक कांग्रेसी नेता व हिन्दू नेता पर किए हमले को सरकारी गनमैन हासिल करने का हिस्सा बताते हुए कहा कि निहंग सिंह कुछ ऐंजसीयों के हाथो का खिलौना बन कर ऐसी हरकतें कर रहे हैं। इसलिए सिंघू बार्डर व लुधियाना कचिहरी परिसर में घटित घटनाओ का निष्पक्ष की जानी चाहिए।

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