- कैप्टन साब क्या नौकरी के लिए मरना ही जरूरी है :डंग
- घर घर नौकरी का वादा पूरा करे पंजाब सरकार न कि ऐसी घोषणा करे जिससे युवाओं की मानसिकता भंग हो
लुधियाना (संजय मिका,विशाल)-लुधियाना के जगरांव पुल पर शहीदों की प्रतिमाओं के नीचे जाग्रति सेना द्वारा पंजाब सरकार द्वारा की गई घोषणा के विरोध में अनोखा प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन की अध्यक्षता कर रहे संगठन के प्रधान प्रवीण डंग ने पत्रकारों को बताया कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा किसान आंदोलन के दौरान जिन किसान भाइयों की जान गई है उन किसान के परिवार को सरकारी नौकरी की घोषणा करना एक तरह से नौजवानों की मानसिकता और उनकी योग्यता पर बुरा प्रभाव डालेगा।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह राज्य के गार्डियन है उनके द्वारा किसानों के हित मे सोचना जायज भी है और आज तक हमेशा यह होता आया है कि किसी भी त्रासदी के होने पर विभिन्न राज्यो सरकारों द्वारा जख्मी दिलों पर मरहम लगाने को विभिन्न घोषणाये करते है पर ऐसा पहली बार पंजाब में होने जा रहा है कि एक चल रहे किसान आंदोलन के दौरान ही ऐसी राहत की घोषणाये की गई है जिससे पंजाब के गरीब किसान जो पहले ही कर्जे के जाल में फंसे है अपनी जान देने को प्रेरित हो सकते है जो उनके प्रति अन्याय हो सकता है ।प्रवीण डंग ने कहा कि किसान आंदोलन खत्म होने के बाद उस आंदोलन में अपनी जान गवाने वालों के लिए किसी भी तरह की राहत की घोषणा सरकार का एक सहानुभूति वाला कदम गिना जाता। चुनाव से पहले अपने घोषणापत्र में *घर घर नौकरी * का वादा करने वाले आज नौकरी उनको देने की घोषणा कर रहे है जिनके घर मे (किसान आंदोलन) के दौरान मौत हुई है ।डंग ने कहा कि क्या सरकारी नौकरी के लिए मरना जरूरी है और क्या यह पंजाब के नौजवानों के लिए एक चेतावनी है कि उसको अपना हक यानि नौकरी लेने के लिए अब सिर्फ आंदोलन का ही रास्ता अपनाना होगा।उन्होंने कहा कि जाग्रति सेना सरकार की इस घोषणा का विरोध करती है जोकि लोगों की मानसिकता को भटका सकती है और पंजाब सरकार को अपनी इस घोषणा पर गंभीर विचार लेते हुए संज्ञान लेना चाहिए। इस अवसर पर संगठन के जगदीश रिंकू,राजेश शर्मा,योगेश धीमान,प्रमोद सूद,जगजीत मानक,भारत,अभिषेक धीमान,सचिन बजाज,चरणजीत चन्नी,सोनू,आदि उपस्थित हुए।