- फ्रांस के सभी उत्पादनों का बहिष्कार करेंगे मुसलमान : नायब शाही इमाम
लुधियाना : न्यूज वेव्स (संजय मिका )-आज यहां ऐतिहासिक जामा मस्जिद के बाहर फील्ड गंज चौंक में मजलिस अहरार इस्लाम की ओर से पुतला फूंक रोष प्रदर्शन हुआ। जिसमें फ्रांस द्वारा हजऱत मुहम्मद साहिब सल्ललाहू अलैहिवसल्लम की शान में की गई गुस्ताखी पर सैंकड़ों मुसलमानों ने रोष प्रगट करते हुए फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रोन का पुतला फूंका। इस अवसर पर नायब शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान लुधियानवी ने कहा की शान-ए-रसूल सल्ललाहू अलैहिवसल्लम में गुस्ताखी हरगिज सहन नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा की बार-बार फ्रांस की ओर से ही ऐसा इस लिए होता है क्योंकि फ्रांस यूरोपीयन देशों से इस्लाम के विरोध के नाम पर मोटे फंड बटोरता आ रहा है। इतिहास गवाह है कि बीते एक हजार वर्षों में फ्रांस के कट्टरपंथियों ने बार-बार शान-ए-रसूल सल्ललाहू अलैहिवसल्लम में गुस्ताखी की कोशिश की है और हर बार माफी मांगी है। नायब शाही इमाम ने कहा की दरअसल फ्रांस के कट्टरपंथी अपने देश में अपने ही लोगों द्वारा इस्लाम को पसंद करने की आ रही लगातार खबरों से बौखला गए हैं और वह अपना चरित्र और व्यवहार ठीक करने की बजाए इस्लाम पर आतंकवाद का इल्ज़ाम लगा कर इसे रोकना व बदनाम करना चाहते हैं। उस्मान लुधियानवी ने कहा कि इस्लाम और हमारे आका हजऱत मुहम्मद साहिब सल्ललाहू अलैहिवसल्लम की शान में की जा रही गुस्ताखियां इस बात की जिंदा दलील है कि इस्लाम विरोधी फ्रांस पर बौखलाहट तारी है, क्योंकि बेबसी में ही लोग अपने विरोधियों को गाली देते हैं जो इनकी बुजदिली जाहिर करती हैं। एक प्रश्न का उत्तर देते हुए नायब शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान लुधियानवी ने कहा कि बोलने कि आज़ादी का यह मतलब नहीं कि आप किसी की छवि खराब करने की कोशिश करें। क्या चलने का यह मतलब हो सकता है कि आप चलते-चलते किसी के भी घर में घुस जाए नहीं ना, ऐसे ही हर काम की कुछ सीमाएं होती हैं। इस अवसर पर मुहम्मद मुस्तकीम अहरार, शाहनवाज खान, कारी मोहतरम, बाबूल खान, अकरम अली, मीजान उर रहमान भी उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन : फील्ड गंज चौक में मौलाना उस्मान रहमानी नायब शाही इमाम पंजाब की अगुवाई में फ्रांस के राष्ट्रपति का पुतला फूंकते हुए मुसलमान।