
लुधियाना,(संजय मिका ,विशाल)-आज बाबा बन्दा सिंह बहादुर भवन रकबा से बाबा बन्दा सिंह बहादुर जी के 350 साला जन्म उत्सव को समर्पित विशाल मार्च जिस का नेतृत्व दसव पिता श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी महाराज की तरफ से 3 सितम्बर 1708 को हुए ऐतिहासिक मिलाप के बाद सौंपे शशतरों ने की, रवाना हुए। यह जानकारी मुख्य सेवक बाबा बन्दा सिंह बहादुर अंतरराष्ट्रीय फाउंडेशन कृष्ण कुमार बावा ने दी। इस मार्च को रवाना करने की रस्म जयकारों की गूँज में संत बाबा बलवीर सिंह जी लंमेजट्टपुरे वाले, निहंग प्रमुख बाबा तरसेम सिंह जी (गुरदास नंगल गढ़ी), बाबा भुपिन्दर सिंह जी पटियाले वाले, बाबा जोगिन्द्र सिंह जी निहंग प्रमुख, बाबा रामपाल सिंह जी झांडे ने अदा की जबकि मार्च में विशेष तौर पर कैप्टन सन्दीप संधू राजनैतिक सलाहकार मुख्य मंत्री पंजाब, मलकीत सिंह दाखा, अमरजीत सिंह ओबराए के इलावा सूबा प्रधान करनैल सिंह गिल, निर्मल सिंह पंडोरी, हरपी्रत सिंह सिद्धवां सरपंच सिद्धवां, रेशम सग्गू, अमनदीप बावा, गगनदीप बावा शामिल हुए। रकबा भवन से रवाना हुए इस जत्थे का अलग अलग स्थानों पर फूलों की वर्षा के साथ भरवाँ स्वागत किया गया और मिठाईयों बाँटीं गई। इस समय कैप्टन सन्दीप सिंह संधू ने कहा कि महान योद्धे जनरल, किसानी के मुक्तिदाता, शिरोमणी शहीद बाबा बन्दा सिंह बहादुर जी जिन्होंने आज के किसानों को मुजाहर्यें से ज़मीनें के मालिक बनाया उन का 350 साला दिवस देश विदेश अंदर करोना सी महामारी होने के बावजूद मनाने का प्रयास करने के लिए फाउंडेशन बधाई की पात्र है। उन्होंने कहा कि बाबा जी ने सामाजिक क्रांतिकारी तबदीली लाई। उन का उद्देश्य था कि हलवाहक ज़मीन का मालिक हो। उन्होंने पहले सिक्ख लोग राज की स्थापना की और श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी के नाम पर सिक्का और मोहर जारी की जिस पर उकरा था –
देग तेग़ फतह नुसरत बेदरंग यावत अज नानक गुरू गोबिन्द सिंह इस समय संत बलवीर सिंह जी लंमेजट्टपुरे वालों ने कहा कि आज यह मार्च बाबा जी के जीवन के अलग अलग पक्षों को दिखाता है और सामाजिक चेतनता पैदा करेगा। उन्होंने कहा कि 16 अक्तूबर को बाबा जी के 350 साला जन्म उत्सव पर देसी घी के दीये जला कर उस महान योद्धे जनरल का जन्म दिवस मनाए।