- ऐतिहासिक पलों के गवाह बन श्री राम लल्ला के दर्शन करना होगा सौभागयशाली-राजीव टंडन
लुधियाना, (संजय मिंका,विशाल)- श्री राम जन्मभूमि पूजन व नींव पत्थर रखने का दिन ज्यों ज्यों नजदीक आता जा रहा है राम भक्तों का उत्साह बढ़ता जा रहा है। हालांकि हर राम भक्त इस मौके पर मौजूद होना चाहता है पर कोरोना महामारी के चलते सरकारी बंदिशों के कारण ऐसा कर नही पा रहा है। पर शिव सेना पंजाब के राष्ट्रीय चेयरमैन राजीव टंडन ने कहा कि शिव सेना पंजाब ने निर्णय लिया है कि प्रत्येक जिला से सेना के 11-11 सदस्य श्री अयोध्या जी पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि सेना सदस्य 3 अगस्त को अपने अपने जिलों से जय श्री राम के जयघोष के बीच रवाना होंगे। श्री टंडन पंजाब चेयरमैन प्रिंस शर्मा उपप्रमुख अजय मिश्रा जिला प्रधान अरविंद वालिया रोहित जोशी जतिंदर सोनू व युथ जिला प्रधान विनय भारती ने कहा कि शिव सैनिको के लिए इस ऐतिहासिक पलों के गवाह बन कर व श्री राम लल्ला के दर्शन करना एक सौभागयशाली पल होगा। उन्होंने कहा कि मुद्दतों के संर्घष के बाद व सैंकड़ो श्री राम भक्तों की कुबार्नीयों के सदके यह गौरवशाली दिन आ रहा है जो भारत के इतिहास को नई दिशा व दशा देगा। उन्होंने कहा कि कितनी बड़ी बिडवंना थी कि हमारे ही देश में हमें ही अपने अराध्य देव श्री राम की जन्मभूमि के दर्शनों के वांचित रखा गया। कुछ लोगो को कोशिश थी कि इस बात को खत्म कर नया बाबर के जब्र का इतिहास थोप दिया जाए ,पर भगवान की अपार कृपा रही वेशक सालों लग गए पर श्री राम को नाम को छिपाने में कामयाब नही हुए। उन्होंने कहा कि इस लंबे अदालती केस में कई वादी प्रतिवादीयों की पीढ़ी दर पीढ़ी खत्म हो गई। पर श्री राम की जन्मभूमि के लिए की जा रही मेहनत रंग लाई जब देश की शीर्ष कोर्ट में श्री राम लल्ला के हक में निर्णय देकर भव्य श्री राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर दिया। उन्होंने बताया कि इस संर्घष दौरान अपने कुबार्नीयां देने वाले राम भक्तों का शिव सेना पंजाब शीघ्र सम्मान करेगी तथा हिंदू समाज की ओर से उनके संर्घष को नमन करते हुए उनका अभार जताएगी। घनौली व टंडन ने कहा कि इस अंदोलन के दौरान ही गुजरात में श्री राम भक्तों को वापसी के समय रेल में जिंदा जला कर शहीद कर दिया था। शिव सेना आज इस इतिहासिक पल पर उन शहीदों के प्रति नमन करती है तथा भगवान श्री राम के चरणों में प्रार्थना करती है कि उनकी आत्मा, जिसको कि अब शांति मिल गई होगी को अपने चरणों में निवास दे।