Thursday, March 13

नये चीनी राजदूत के अनुसार भारत-चीन मैत्रीपूर्ण संबंध जल्दी ही होंगे ठीक : डॉ. इंद्रजीत सिंह

लुधियाना (संजय मिंका) डॉ. कोटनीस एक्युपंचर अस्पताल सलेम टाबरी लुधियाना के डॉक्टरों की टीम जिन में निदेशक डॉ. इंद्रजीत सिंह , चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चोपड़ा एवं डॉ. चेतना  को भारत दिल्ली में चीन के नए राजदूत  के स्वागत समारोह में सम्मिलित होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ | भारत में चीन के नए राजदूत महामहिम ज़ू फिहोंग के नियुक्ति उपरांत उनके स्वागत समारोह का आयोजन किया गया । इस स्वागत समारोह में कई देशों के राजदूतों तथा हमारे देश के कई वी.वी.आई.पी. लोगों ने शिरकत की । इस अवसर पर बोलते हुए महामहिम ज़ू फिहोंग ने सर्वप्रथम चीन के राष्ट्रपति  श्री शी जिनपिंग का उन्हें भारत में चीन के 17 वें राजदूत के रूप में नियुक्त करने का धन्यवाद दिया । आगे उन्होंने कहा कि लगभग 10 साल पहले उन्हें नई दिल्ली में काम करने का अवसर प्राप्त हुआ था और वह अतुल्य भारत की मेरी पहली यात्रा थी । अब मैं चीन और भारत के संबंधों को बढ़ावा देने के लिए सभी क्षेत्रों में भारतीय मित्रों के साथ काम करने के लिए सुअवसर प्राप्त हुआ है । उन्होंने कहा कि जब से मैंने यह कार्यभार संभाला है तब से मैंने कई भारतीय मित्रों से मुलाकात की है | चीन और भारत के संबंधों पर उनके विचार सुने हैं । मुझे लगता है कि कठिनाइयों और चुनौतियों के बावजूद भी हम सभी द्विपक्षीय संबंधों के महत्व को पहचानते हैं और उनकी संभावनाओं पर भरोसा रखते हैं । आगे उन्होंने कहा कि मेरा विश्वास दोनों देशों के नेताओं के राजनीतिक मार्गदर्शन से आता है | राष्ट्रपति श्री जिनपिंग तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन और भारत के संबंधों को बहुत महत्व देते हैं । वे इस बात पर महत्वपूर्ण सहमति पर पहुंचे कि चीन और भारत सहयोग , भागीदारी और विकास के अवसर हैं | प्रतिस्पर्धा या खतरे के नहीं । उन्होंने कहा कि चीन तथा भारत के संबंध विश्व के लिए सभी प्रकार से अनुकूल हैं तथा हमें इन्हें महत्वपूर्ण सर्वसम्मति पर कायम रखना चाहिए तथा जल्दी ही चीन तथा भारत के संबंधों को उचित मार्ग पर वापस लाना चाहिए । उन्होंने कहा कि चीन तथा भारत दोनों ही प्रमुख विकासशील देश और उभरती हुई अर्थव्यवस्थाएं हैं । हम अर्थव्यवस्था में अत्यधिक एक दूसरे के पूरक हैं और हमारे पास सहयोग की काफी संभावनाएं हैं । चीन-भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है । द्विपक्षीय व्यापार और किफायती विनिमय कार्यक्रम , शिक्षा , संस्कृति , स्वास्थ्य विशेष रूप से पिछले वर्ष स्वास्थ्य लाभ के साधन के रूप में पारंपरिक चिकित्सा को बढ़ावा देता है । उन्होंने कहा कि बहुत से भारतीय मित्र चीन जाते हैं दिन में लगभग 80% व्यावसायिक उद्देश्यों से आते हैं । यह पूरी तरह से दोनों देशों के बीच आर्थिक और व्यापार सहयोग और लोगों से लोगों के बीच आदान-प्रदान की जीवंतता को दर्शाता है । भारत और चीन के बीच मैत्रीपूर्ण आदान-प्रदान का एक लंबा इतिहास रहा है । चीन में भारतीय डॉ. द्वारकानाथ कोटनीस और गुरुदेव रविंद्र नाथ टैगोर प्रसिद्ध है और बॉलीवुड फ़िल्में और लोग एवं कलाकार बहुत लोकप्रिय है । भारत में हम हमेशा चीन भारत संबंधों के विकास के लिए भारतीय लोगों के समर्थन को महसूस कर सकते हैं । महामहिम से बातचीत के दौरान डॉक्टर इंद्रजीत सिंह ने उन्हें अक्टूबर महीने में डॉक्टर कोटनीस एक्यूपंक्चर मेमोरियल अस्पताल का दौरा करने के लिए आमंत्रित किया । उन्होंने कहा कि डॉक्टर द्वारकानाथ कोटनीस के चीनी लोगों के लिए दिए गए बलिदान को चीन की सरकार कभी नहीं भूल सकती  | इसलिए उन्होंने यह निमंत्रण स्वीकार भी कर लिया है  | आगे उन्होंने कहा कि चीनी सरकार तथा चीनी लोग डॉक्टर कोटनीस का उनकी आजादी में दिए गए योगदान का पूरा सम्मान करते हैं । इस अवसर पर दिल्ली उच्च न्यायालय से वर्तिका शर्मा , भूपेंद्र सिंह बाजवा  , राजेंद्र यादव तथा विदेश मामलों की अधिकारी मैडम माजिया भी मौजूद रही ।

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