Thursday, March 13

30 से अधिक फैमिली-फाईजीशियनस् ने, डायबिटिज्-फ्री-वर्ल्ड द्वारा हाइपरटेंशन पर आयोजित सेमिनार में भाग लिया

लुधियाना (विशाल, रिशव )- 30 से अधिक फैमिली-फाईजीशियनस् ने, डायबिटिज्-फ्री-वर्ल्ड द्वारा हाइपरटेंशन पर आयोजित सेमिनार में भाग लिया।डॉ सुरेंद्र गुप्ता द्वारा संचालित डायबिटीज फ्री वर्ल्ड द्वारा, फैमिली फिजिशियंस के लिए, शुक्रवार रात्रि को होटल ऑन में, हाइपरटेंशन विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें 30 से अधिक डॉक्टरों ने भाग लिया। मुख्य वक्ता डॉ मनबीर सिंह खुराना, कार्डियोलॉजिस्ट, मेडिवेज् हॉस्पिटल लुधियाना, ने हाइपरटेंशन के इलाज पर लेक्चर दिया। डा सुरिँदर गुप्ता, डा कुलवँत सिँह, डॉक्टर इंद्र शर्मा, डॉ अविनाश जिंदल, डॉक्टर विमल कानिश(प्रैजिडैंट इलैक्ट 2022) डॉ गौरव सचदेवा (प्रैजिडैंट इलैक्ट 2023), डॉक्टर कृष्ण कुमार कोहली, डॉक्टर अशोक पुरी, डॉ राजकुमार बावा, डॉ रमन शर्मा, डा सोनिया व डा विशाल उप्पल, डॉक्टर प्रिंसी सेखों, डा शशी कालडा, डा पूजा व डा ईशित कालडा,  डॉक्टर सुनील शर्मा ने मुख्यता इस सेमिनार में भाग लिया।डॉ सुरेंद्र गुप्ता एवं डॉ कुलवंत सिंह ने आए हुए सभी डॉक्टरों को का स्वागत किया। और पुश्पगुच्छ दे कर डा खुराना, डा कानिश व डा सचदेवा का सम्मान किया।सैमीनार का आरँभ करते हुऐ, डॉ सुरेंद्र गुप्ता ने कहा के सर्दियों के दिन हाइपरटेंशन के रोगियों के लिए अति कठिन रहते हैं। क्योंकि रक्त धमनियों के संकुचन, मैटाबोलिक जरुरतों की वृद्धि, की वजह से ब्लड प्रेशर में वृद्धि होना सामान्य बात है। इसलिए जहां उच्च-रक्तताप के नए रोगी सामने आते हैं, वही पुराने रोगियों में भी, दवा की मात्रा को बढ़ाना पड़ता है।डॉक्टर मनवीर सिंह खुराना ने अपने लेक्चर में हाइपरटेंशन के कारणों एवं उसके इलाज के संबंधी संपूर्ण जानकारियों पर बात की। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों में कैलशियम चैनल ब्लॉकर्स के साथ-साथ डाययुरैटिकस् का प्रयोग अच्छे परिणाम देता है। जब कि हाइपरटेंशन से ग्रसित युवाओं में बीटा ब्लॉकर्स से शुरुआत करना बेहतर है। डायबिटिज् के रोगियों को ब्लड-प्रैशर के साथ साथ ब्लड-गलुकोज स्तर को भी कँट्रोल में रखना निताँत आवश्यक है।डॉक्टर खुराना ने कहा कि परिवार में हार्ट-अटैक/ स्ट्रोक या किडनी की बीमारी की हिस्ट्री होने पर, जल्द से जल्द ब्लड प्रेशर, लिपिड लैवल एवं वजन को सामान्य करने के प्रयास शुरू कर देना चाहिए।कोविड-19 के समय में जब कि बीमारी की वजह से शरीर में खून के जमने की प्रवृत्ति में बढ़ोतरी हो जाती है। और जगह-जगह खून के थक्के रक्त अवरोध उत्पन्न कर सकते हैं। तो हमें चाहिए के समय रहते ब्लड प्रेशर/ खून में चर्बी व ग्लूकोज की मात्रा और वजन को सामान्य अवस्था तक ले आयें। सिगरेट या तंबाकू का सेवन हार्ट अटैक और स्ट्रोक का मुख्य कारण है। जबकि 30मिलीलिटर से कम अलकोहल का सेवन हाणिकारक नहीं है।

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