लुधियाना (विशाल, आयुष मित्तल)- समूह वाल्मीकि समाज एकता मंच के सरपरस्त रजिंदर हंस के दिशानिर्देशानुसार संजीव गिल खण्डू व विपन कल्याण की अध्यक्षता में मीटिंग का आयोजन किया गया।इस अवसर पर वरिष्ठ नेता संजीव गिल (खण्डू)ने कहा कि पंजाब सरकार ने अभी तक एस.सी.विद्यार्थियों की पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप रोक रखी हुई है और अभी तक अपना कोई भी स्पष्टीकरण सार्वजनिक नहीं किया है जिससे दलित समाज में आक्रोश बढ़ता जा रहा है ।उन्होंने कहा कि 2 लाख से ज्यादा विद्यार्थियों की 1549.06 करोड़ की राशि पंजाब सरकार द्वारा रोकी गई है जोकि दलित समाज के साथ अन्याय है जबकि केंद्र सरकार द्वारा पहले ही 60 प्रतिशत स्कॉलरशिप जारी की जा चुकी है परन्तु दलित स्टूडेंट्स की स्कॉलरशिप रोके जाने के पीछे सरकार का क्या मनोरथ छिपा है यह अभी तक सार्वजनिक नहीं हो पाया है और इसके विपरीत अपनी पार्टी के नेताओं के पारिवारिक सदस्यों को सरकारी नौकरियां दी जा रही है। संजीव गिल व विपन कल्याण ने कहा कि पंजाब सरकार को यह ज्ञात होना चाहिए कि पंजाब राज्य की बहुसंख्या दलित समाज से संबंधित है और अगर राज्य सरकार ने अपना तानाशाही रवैया नहीं छोड़ा दलित समाज को उनका अधिकार नहीं दिया तो आने वाले विधानसभा चुनावों में राज्य सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। इस अवसर पर संजीव बिट्टू,पप्पा बत्रा,हर्ष बाहरी,बॉबी बाली,राजू गिल,साहिल केशव,गौरी गिल,राजा थापर,लक्की नाहर,रवि अटवाल,राजू सबरवाल,सुशील रत्ती,टोनी सहोता ,मुन्नी आदिया,विनोद एकलव्य,जतिंदर आदिया आदि उपस्थित हुए।
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