लुधियाना,(संजय मिका)-महाराष्ट्र सरकार द्वारा तेजी से बढ़टी कोविड महामारी की रोकथाम के लिए महाराष्ट्र ने आज रात 8 बजे से 30 अप्रैल, 2021 तक लॉक डाउन की घोषणा की है जिसको लेकर महाराष्ट्र में व्यापारी वर्ग और अर्थव्यवस्था से जुड़े अन्य क्षेत्रों में उलझन की स्थिति है क्योंकि यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है की क्य ये लॉक डाउन केवल सप्ताहांत के दिनों में लागू होगा या फिर आज से शुरू होकर पूरे महीने के लिए लागू हो रहा है। इस मुद्दे पर कोई स्पष्टता नहीं है और महाराष्ट्र में हर कोई भ्रमित है। महाराष्ट्र राज्य में लगभग 25 लाख व्यापारी हैं जो लॉकडाउन के कारण अधिक चिंतित हैं । इस विषय पर कंफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स ने आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री उद्धव ठाकरे को एक पत्र भेजकर स्पष्टता करने का आग्रह किया है और यह भी सुझाव दिया है की आर्थिक गतिविधियों को पूरी तरह रोकने के बजाय उन पर समय पाबंदी निर्धारित की जाए । कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी.सी.भारतिया और राष्ट्रीय महामंत्री श्री प्रवीन खंडेलवाल ने आशंका जताई कि महाराष्ट्र के बादअन्य राज्य जो बढ़ते कोरोनावायरस से पीड़ित हैं, महाराष्ट्र का अनुसरण कर सकते हैं और वे भी लॉक डाउन लगा सकते है।कोविड मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हर क्षेत्र के लिए चिंता का कारण है और कोविड के बढ़ते मामलो का मुकाबला करने के लिए सख्त कदम उठाने के बारे में दो राय नहीं हो सकती है। हालाँकि, यह अच्छा होगा, यदि कोई भी निर्णय लेने से पहले ट्रेड एसोसिएशन को विश्वास में लिया जाए । श्री भरतिया और श्री खंडेलवाल ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ह्री ठाकरे को भेजे पत्र में कहा कि निस्संदेह कोविड से निपटने के लिए बेहद संवेदनशील तरीके की जरूरत है, हालांकि, इस तरह के लॉकडाउन के आर्थिक प्रभाव की अनदेखी भी नहीं की जानी चाहिए।उन्होंने सुझाव दिया कि पूर्ण लॉकडाउन के बजाय दुकान का समय सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक और व्यापार संगठनों के सहयोग से सभी स्तरों पर कोविड सुरक्षा प्रोटोकॉल को बनाए रखने के लिए अतिरिक्त प्रयास किए जा सकते हैं। प्रत्येक बाजार के प्रवेश और निकास बिंदु को संबंधित व्यापार संघों द्वारा अतिरिक्त निगरानी और वार्ड स्टाफ की तैनाती के साथ विनियमित किया जा सकता है।श्री भरतिया और श्री खंडेलवाल ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान, व्यापारियों द्वारा संचालित आपूर्ति श्रृंखला की भूमिका राज्य या देश की कुल आबादी के अनुपात में बहुत महत्व रखती है, क्योंकि मुख्य रूप से व्यापारियों द्वारा ही आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आपूर्ति जो जारी रखा जा सकता है जो कि बीते लॉक डाउन में साफ तौर पर देखा जा सकता है। श्री भरतिया और श्री खंडेलवाल ने व्यापारिक समुदाय से अत्यधिक सहयोग का आश्वासन देते हुए इस मुद्दे पर महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक की मांग की है।
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