
लुधियाना,(विशाल,मदनलाल गुगलानी)-डा: अरुणमित्रा को सर्वसम्मतिसे परमाणु युद्धकी रोकथाम केलिए अंतर्राष्ट्रीय चिकित्सकोंकी अंतर्राष्ट्रीय परिषद- इंटरनैशनल फिजीशियन फार दिप्रिवेंशन ऑफ वार (आईपीएनडब्ल्यू) के सह-अध्यक्ष के रूपमें फिर सेचुना गया। संगठनके चार अध्यक्षहोते हैं इसलिएउन्हें सह-अध्यक्षकहा जाता है।भारत में ऐसापहली बार हुआहै कि संगठनके किसी सह-अध्यक्ष का चुनावकिया गया हैऔर एशिया मेंभी पहली बारकिसी व्यक्ति कोदूसरी बार सह-अध्यक्ष चुना गयाहै। उनके अलावा, डा: एस एससूदन को क्षेत्रीयउपाध्यक्ष चुना गया।एक छात्रा उल्फतको कार्यकारी बोर्डका सदस्य भीचुना गया है।इस संबंध में, आईपीएनडब्ल्यू कार्यकारी बोर्ड मेंभारत के तीनसदस्य होंगे, जोएक बड़ी उपलब्धिहै।आईपीएनडब्ल्यू की स्थापना 1980 में हुई थीऔर 1985 में शांतिके नोबेल पुरस्कारसे सम्मानित कियागया था। आईपीएनडब्ल्यूने बाद में आई कैन केएक प्रमुख भागके रूप में 2017 में नोबेल पुरस्कार जीतनेमें एक प्रमुखभूमिका निभाई। डॉ। अरुणमित्रा ने कहाहै कि उनकीप्राथमिकताएं अंतरराष्ट्रीय स्तर परपरमाणु हथियारों के उन्मूलनके लिए लड़नाहै, हालांकि उनकामुख्य ध्यान दक्षिणएशिया पर रहेगाक्योंकि दक्षिण एशिया बहुतखतरनाक स्थिति से गुजररहा है। दुनियाके नौ मेंसे पांच परमाणुहथियार संपन्न देश एशियामें हैं