- गुरु हमें ज्ञान रूपी अंधकार से ज्ञान रूपी प्रकाश की तरफ लेकर जाता हैं : भगत दविंदर कुमार
लुधियाना,(विशाल,मदनलाल गुगलानी)-श्री सिद्ध बाबा बालक नाथ जी मंदिर बाल सिंह नगर जोधेवाल में बाबा बालक नाथ जी की चौंकी व् भंडारा संकीर्तन का आयोजन किया गया। भंडारा व् संकीर्तन का आयोजन स्व.सतगुरु भगत मदन लाल जी के आशीर्वाद से गद्दीनशीन भगत दविंदर कुमार की अध्यक्षता में किया गया। सर्वप्रथम भगत दविंदर कुमार ने अपने सतगुरु भगत स्व मदन लाल जी की विधिविधान के साथ पूजा अर्चना की व् श्री सिद्ध बाबा बालक नाथ जी की पवित्र ज्योत प्रज्वलित की गई और संकीर्तन का आरम्भ किया। मंदिर की संकीर्तन मंडली रजिंदर शर्मा,हैनित,वरेश बब्ली,अशोकी,सतनाम वर्मा,द्वारा सिद्ध बाबा बालक नाथ जी की महिमा का गुणगान किया। इस अवसर पर संगत के अटूट विशाल भंडारे का आयोजन किया गया।संकीर्तन में मुख्य रूप से पहुंचे गणमान्य सराफ़ां बाजार के महासचिव प्रदीप वर्मा,लिप वार्ड प्रधान वरिंदर कुमार रिंकू ने बाबा जी का आशीर्वाद प्राप्त किया।गद्दी नशीन भगत दविंदर कुमार ने अपने प्रवचनों में कहा कि भारत में सदियों से गुरु का महत्व रहा है। यहां की माटी एवं जन-जीवन में गुरु को ईश्वरतुल्य माना गया है, क्योंकि गुरु न हो तो ईश्वर तक पहुंचने का मार्ग कौन दिखायेगा? गुरु ही शिष्य का मार्गदर्शन करते हैं और वे ही जीवन को ऊर्जामय बनाते हैं। उन्होंने कहा कि भले ही कोई ब्रह्मा, शंकर के समान क्यों न हो, वह गुरु के बिना भव सागर पार नहीं कर सकता।वेदों, उपनिषदों, पुराणों, रामायण, गीता, गुरुग्रन्थ साहिब आदि सभी धर्मग्रन्थों एवं सभी महान संतों द्वारा गुरु की महिमा का गुणगान किया गया है। इस अवसर पर रमेश चंद,सत्ती सतपाल,गुरमान,बलदेव जगरांव वाला,सतनाम,बिल्लू,दिप्पू,यशपाल,सुक्खा,हैप्पी एडवोकेट,बाल कृष्ण,बाली,भुवनेश शर्मा,कैलाश चंद (रेलवे)आदि उपस्थित हुए।