Sunday, June 29

सांसद तिवारी ने लोकसभा में उठाया बंगा-श्री आनंदपुर साहिब सड़क का मुद्दा

  • नींव पत्थर रखे को 37 महीने बीतने के बावजूद नहीं शुरू हुआ प्रोजेक्ट; केंद्र सरकार से प्रोजेक्ट पूरा करने या फिर साफ तौर पर मना करने को कहा

लुधियाना (संजय मिका )- मोहाली में ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट, मोहाली चंडीगढ़ पंचकूला के लिए एमआरटीएस की संभावनाएं तलाशने और नंगल में शिवालिक एवेन्यू के फ्लाईओवर का मुद्दा भी उठाया रोपड़, 22 मार्च: श्री आनंदपुर साहिब से सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने लोकसभा में बंगा से श्री आनंदपुर साहिब से होकर माता नैना देवी तक जाने वाली सड़क निर्माण का मुद्दा लोकसभा में उठाया है, जिसका नींव पत्थर रखे हुए 37 महीने बीतने के बावजूद अब तक प्रोजेक्ट शुरू नहीं हो सका है। जिन्होंने इस दौरान मोहाली में ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट, ट्राई सिटी मोहाली-चंडीगढ़-पंचकूला के आर्थिक विकास हेतु मास रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम (एमआरटीएस) की संभावनाएं तलाशने और नंगल शहर में बन रहे शिवालिक एवेन्यू के फ्लाईओवर का मुद्दा भी उठाया। इस अवसर पर सांसद तिवारी ने कहा कि केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी द्वारा 25 फरवरी, 2019 को बंगा से श्री आनंदपुर साहिब होते हुए माता नैना देवी तक जाने वाली सड़क के निर्माण का नींव पत्थर रखा गया था। लेकिन 37 महीने बीतने के बावजूद यह प्रोजेक्ट नींव पत्थर से आगे नहीं बढ़ सका है। उन्होंने कहा कि यह सड़क सिखों के दो पवित्र धार्मिक स्थलों श्री हरमंदिर साहिब व श्री आनंदपुर साहिब को जोड़ती है और आगे माता नैना देवी को जाती है। अगर सरकार इस प्रोजेक्ट को पूरा करती है, तो उसे इन धार्मिक स्थलों का आशीर्वाद भी मिलेगा और यदि सरकार की इच्छा नहीं है, तो वह स्पष्ट रूप से बता दे कि यह सब राजनीति कारणों के चलते किया गया था। ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट का जिक्र करते हुए, उन्होंने कहा कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने पीआरआई-गमाडा एक्सप्रेस-वे को मंजूरी दी थी। जिसे चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के पास सिटी चौक से लेकर कुराली तक नई अलाइनमेंट दी गई थी। बकायदा इसके लिए जमीन भी अधिग्रहण की गई। लेकिन उसके मुआवजे के मुद्दे पर कुछ अड़चनें पैदा हो गईं, क्योंकि कुछ गांव के लोग उनकी जमीन शहर के साथ लगने चलते अधिक मुआवजा मांग रहे हैं। इस दौरान सार्वजनिक तौर पर पता चला है कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने की मंशा नहीं है। सांसद तिवारी ने कहा कि जब किसी प्रोजेक्ट के लिए जमीन अधिग्रहण हो जाती है और मुआवजे का काफी हिस्सा भी अदा कर दिया जाता है, तो उससे पीछे नहीं हटा जाता। सरकार को उदारता दिखाते हुए अथॉरिटी को उचित मुआवजा जारी करके प्रोजेक्ट आगे बढ़ाने का निर्देश देना चाहिए। इसी तरह, उन्होंने उनके संसदीय क्षेत्र में आते मोहाली का जिक्र करते हुए कहा कि मोहाली-चंडीगढ़-पंचकूला, जिसे ट्राइसिटी भी कहा जाता है, को एक इन्नोवेशन हब के रूप में विकसित करने हेतु यहां एमआरटीएस की संभावनाओं को तलाशा जाना चाहिए। जिसके तहत अंबाला से कुराली तक और मोहाली से पंचकूला तक यह व्यवस्था स्थापित की जानी चाहिए, जिसमें चंडीगढ़ भी कवर होगा। उन्होंने खुलासा किया कि ट्राइसिटी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, एनालिटिक्स, रोबोटिक्स और जीनोमिक्स के क्षेत्र में औद्योगिक हब बनने की बहुत सारी संभावनाएं हैं और यह चौथी औद्योगिक क्रांति में भी एक बड़ी भागीदार बनकर देश की अर्थव्यवस्था में अहम योगदान दे सकती है। सांसद तिवारी ने कहा कि वह इस संबंध में केंद्रीय मंत्री गडकरी और रेल मंत्री को भी पत्र लिख चुके हैं। वहीं पर, नंगल शहर में शिवालिक एवेन्यू के पास बन रहे फ्लाईओवर का जिक्र करते हुए, उन्होंने कहा कि क्षेत्र में एक खूनी चौक, जहां बहुत सारे हादसे होते हैं, के चलते इस फ्लाईओवर का निर्माण किया जा रहा है। लेकिन अफसोस इस बात का है कि फ्लाईओवर एलाइनमेंट उस खूनी चौक से पहले ही खत्म हो जाती है, जिससे निर्माण का उद्देश्य पूरा नहीं होता। इसके अलावा फ्लाईओवर के चलते शिवालिक एवेन्यू में रहने वाले करीब 30 हजार लोगों के गुजरने का रास्ता बंद हो चुका है और उन्हें 3-4 किलोमीटर का अतिरिक्त रास्ता तय करके अपने घर पहुंचना पड़ता है। जिसके चलते उन्होंने सरकार से फ्लाईओवर की एलाइनमेंट को बढ़ाने और शिवालिक एवेन्यू में रहने वाले लोगों की समस्या का भी समाधान करने की अपील की है।

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