लुधियाना (संजय मिका,विशाल)-पंजाब कांग्रेस के सीनियर नेता परमिंदर मेहता ने कहा है कि चंड़ीगढ़ निगम चुनाव नतीजे कांग्रेस पार्टी के लिए आत्ममंथन को सीधे संकेत दे रहे है। मेहता स्थानीय दरेसी रोड पर स्थित अपने कार्यलय में कांग्रेस के स्थापना दिवस पर रखें समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि चंड़ीगढ़ में सबसे अधिक वोट शेयर मिलने के बावजूद कम सीट मिलना पंजाब विधानसभा चुनाव से पूर्व कहीं न कहीं कमी की ओर इशारे है। जहां नेतृत्व को मंथन की जरुरत है , वहीं पार्टी कैडर को संगठन में तत्काल सम्मान देकर उत्साह भरने का सही समय है। ताकि चुनाव में बूथ स्तर तक पार्टी को वोट सुनिश्चित हो सके। पंजाब कांग्रेस द्वारा एक परिबार एक टिकट देने का निर्णय लेने का ज़ोरदार शब्दों में स्वागत करते हुए मेहता ने पार्टी हाईकमान से अनुरोध किया है कि पार्टी में सेकेण्ड लीडरशीप खड़ी करने के लिए गम्भीरता से मंथन करके ठोस निर्णय लिया जाए।उन्होंने रोष प्रगट करते हुए कहा कि पार्टी में एक बड़ी लीडरशीप ने अपना एका अधिकार स्थापित करने के लिए पूजिबाद व भाई भतीजा बाज को बढ़ाबा देते हुए केंद्र स्तर से राज्य व जिला स्तर तक अपने चहेतों को ज़मीनी कार्यकर्ताओ पर थोप कर पार्टी की रीढ़ की हठी को इतना भारी नुकसान पहुच दिया है, जो पार्टियां कांग्रेस के सामने खड़ी रहने का साहस नही रखती थी वह आज हमें आँखे दिखा रही है।मेहता ने कहा कि आज इलेक्ट्रो व सोशल मीडिया के कारण विश्व मुठी में लगता है।ऐसे में राज नेताओ की कारगुजारी व पार्टियों की गतिविधियां किसी से छिपी नही रह सकती।जिसे ध्यान में रखते हुए पार्टी में भृष्ट व दागी उम्मीदबारो को दरकिनार करना ही हित मे होगा।मेहता ने कहा कांग्रेस का इतिहास व वर्तमान कुर्बानियों से भरा है।यह पार्टी देश की सबसे पुरानी पार्टी होने के कारण इसमें से ही निकल कर कई नेताओं ने अपनी अपनी पार्टियां बनाई है।लेकिन आज भी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस एक है और मजबूत है।मेहता ने जोरदेकर कहा कि हमें याद रखना होगा कि सगठन सरकार चलता है,नाकि सरकार सगठन!उन्होनें सुझाब दिया कि पार्टी सगठन में पद व टिकट देने के वक्त अगर ज़मीनी कार्यकर्ताओ की सुनी जाए तो खुद व खुद पार्टी मजबूत होगी और केंद्र से लेकर राज्यों तक पुन कांग्रेस की सरकारें होगी।समारोह में कांग्रेस के बैनर तले आज़ादी के लिए व आज़ादी की रक्षा के लिए कुर्बानियां देने बाले महान नेताओ को भी मौन श्रदांजलि दी गई।इस अबसर पर रविन्द्र स्यान,सर्बजीत सिंह बंटी, हेमन्त जैन,जितेश्वर शर्मा,पितु गिल,पवन ठाकुर, निर्मल विर्क,सुनील मेहरा, बलबीर बिल्ला,बी एस ठाकुर,रजिंदर सहोता,राजन सूद,अरुण मूंग,राजेश राजा,रविन्द्र अरोड़ा, हर्ष मेहता इत्यादि विशेषतौर पर उपस्थित थे।
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