
लुधियाना (विशाल, अरुण जैन)- स्वतंत्रता संग्राम में फांसी का फंदा चूमने वाले शहीद सुखदेव थापर की नौघरा स्थित जन्म स्थली की लुधियाना दौरे के दौरान मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की तरफ से लगातार तीसरी बार की गई अनदेखी की शहीद सुखदेव थापर मैमोरियल ट्रस्ट ने कड़े शब्दों में निंदा की। ट्रस्ट के अध्यक्ष अशोक थापर ने वीरवार को विकास प्रौजैक्टों का लोकार्पण व उदघाटन करने पंहुचे मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के शहीद सुखदेव की चरणछोह प्राप्त भूमि पर न नतमस्तक न होने पर कहा कि मुख्यमंत्री रोजाना किसी न किसी शहर व कस्बे में विशेष जाति वर्ग के वोट बटोरने के लिए उस धर्म से संबधित महापुरुषों के नाम पर करोड़ों रुपये लागत के प्रौजेक्ट शुरु करवा रहे है। पिछले दिनों विधानसभा पूर्वी में एक विशेष समुदाय को खुश करने के लिए कई एकड़ भूमि व करोड़ों रुपये का दिया गया अनुदान और आज मुख्यमंत्री की तरफ से एक धार्मिक स्थल में नतमस्तक होकर सरकारी भूमि देनेे का ऐलान तो हो गया मगर दूसरी तरफ देश के लिए मर मिटने वाले हिन्दू समुदाय से संबधित शहीद सुखदेव थापर की जन्म स्थली को सीधा रास्ता देने के लिए अड़चन बन रही करीब 45 वर्ग गज भूमि एक्वायर करने की प्रकिया की फाइलें वर्षो से सरकारी दफ्तरों में मंजूरी के लिए कभी इधर को कभी उधर भटक रही हैं। उन्होने सतापक्ष की तरफ से शहीद सुखदेव की जन्म स्थली के साथ किए जा रहे सौतेले व्यव्हार पर कटाक्ष करते हुए मुख्यमंत्री से सवाल किया कि पंजाब सरकार ने वर्ष-2022 के चुनाव में वोट खरीदने के लिए हर वर्ग के लिए सौगातों की पटारी खोल रखी है तो शहीद सुखदेव की जन्म स्थली को सीधा रास्ता देने में देरी क्यों कर रही पंजाब सरकार। क्या मुख्यमंत्री के पास गुलामी की जंजीरों में जकड़ी भारत माता को विदेशी हकूमत से मुक्त करवाने के लिए शहादत का जाम पीने वाले शहीद की जन्म स्थली पर नतमस्तक होने के लिए चंद मिनटों का समय भी नहीं है। या फिर मुख्यमंत्री ने उसी स्थल पर नतमस्तक होने की निति तैयार की है जहां पर नतमस्तक होने से वोट मिलते हैं।