
- पंजाब की जनता भी अब प्रदेश में डबल इंजन की सरकार चाहती है: गजेंदर सिंह शेखावत
- मोदी सरकार किसान-हितैषी थी और किसान-हितैषी रहेगी: शेखावत -कांग्रेस ने 84 में सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब पर हमला कर गुरु घर का किया अपमान, हजारों लोगों का खून बहाया, लेकिन कभी माफ़ी नहीं माँगी: गौतम
- भाजपा ने पहुँचाया 84 के सिख-नरसंहार के आरोपियों को जेल, सत्ता में आने पर बेअदबी के आरोपियों को भी पहुंचाएंगे सलाखों के पीछे: दुष्यंत गौतम
- मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी हैं घोषणामंत्री, सिर्फ घोषणाएं कर रहे हैं, इसके सृजन के लिए योजनाएं नहीं: अश्वनी शर्मा
- ‘नवां पंजाब भाजपा दे नाल’ के तहत जनता के समर्थन से भाजपा सृजेगी प्रदेश में नया इतिहास: अश्वनी शर्मा
- शेखावत के नेतृत्व में भाजपा ने 2022 के चुनावी अखाड़े में उतरने के किया शंखनाद। -कार्यकर्ताओं के विशाल जन-समूह ने बजाया चुनाव में जीतने के लक्ष्य का बिगुल।
लुधियाना (विशाल, राजीव)- भारतीय जनता पार्टी पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा की अध्यक्षता में ‘नवां पंजाब भाजपा दे नाल’ नारे को लेकर प्रदेश परिषद की बैठक हुई, जिसमें केन्द्रीय जल-शक्ति मंत्री व भाजपा पंजाब के चुनाव प्रभारी गजेंदर सिंह शेखावत विशेष रूप से उपस्थित हुए। शेखावत के नेतृत्व में प्रदेश भर से आए हजारों की संख्या में भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं के विशाल जन-समूह ने 2022 के चुनावी अखाड़े में उतरने का जयघोषों के साथ शंखनाद कर दिया। इस अवसर पर शेखावत के साथ मंच पर भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व क्षेत्रीय प्रभारी सौदान सिंह, भाजपा प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम, भाजपा राष्ट्रीय सचिव व प्रदेश सह-प्रभारी डॉ. नरेंदर सिंह रैना, विनोद चावड़ा, संगठन महामंत्री पवन राणा, केन्द्रीय मंत्री सोम प्रकाश, पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अविनाश राय खन्ना, पूर्व मंत्री मदन मोहन मित्तल, तीक्ष्ण सूद, मनोरंजन कालिया, अरुण नारंग, राजिंदर मोहन सिंह छीना, प्रो. राजिंदर भंडारी, दिनेश सिंह बब्बू, हरजीत सिंह गरेवाल, प्रदेश भाजपा महासचिव जीवन गुप्ता, डॉ. सुभाष शर्मा, राजेश बागा, दयाल सिंह सोढ़ी आदि सहित कई दिग्गज नेता भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में पहुँचने पर इन सभी नेताओं का लुधियाना भाजपा जिलाध्यक्ष पुष्पेंदर सिंघल ने पुष्प-गुच्छ व दोशाला देकर स्वागत किया। गजेंदर सिंह शेखावत ने अपने संबोधन में पहले परिषद बैठक की तरफ भारतीय सशस्त्र बलों के सीडीएस जनरल बिपिन रावत, पंजाब के सपूत ……………. सहित शहीद हुए सैनिकों को अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए। उन्होंने पंजाब में अकाली दल के साथ गठबंधन को तोड़ कर पहली बार पंजाब विधानसभा की सभी 117 सीटों पर चुनाव लड़ने के पार्टी के फैसले को दोहराया। भाजपा कार्यकर्ताओं को कठिन समय में पार्टी के ध्वज के साथ खड़े रहने का धन्यवाद करते हुए उन्होंने कहा कि पंजाब की धरती गुरुओं-पीरों की धरती है और इस धरती के लोगों ने कई आक्रान्ताओं के कहर को झेला है और उन विदेशियों के दांत खट्टे कर उन्हें वापिस खदेड़ हैं और सीमाओं की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का बलिदान दिया है। भाजपा उन शूरवीरों को अपने श्रद्धासुमन अर्पित करती है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम, हरित क्रांति और राष्ट्रीय सुरक्षा सहित कई अन्य उपलब्धियों में योगदान के लिए राष्ट्र पंजाब की धरती के सपूतों का सदा आभारी है। पंजाब के किसानों का भारत के अन्न-भण्डार में अथाह योगदान है और इसके लिए हम उनके आभारी हैं। भारतीय जनता पार्टी ने कुछ लोगों के साथ अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था और आज करोड़ों कार्यकर्ताओं के परिश्रम के साथ यह विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बनी है। इन्हीं कार्यकर्ताओं के अथाह परिश्रम के चलते आज देश के 16 राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं और देश की जनता अपने राज्यों के विकास के लिए वहां की भाजपा सरकारों से कंधे से कन्धा मिलाकर चल रही है। मोदी सरकार ने जो कार्य पंजाब के लोगों के लिए किए, उसका पंजाब के लोगों ने भी भरपूर समर्थन किया, जिसके चलते मोदी जी का पंजाब के प्रति विशेष लगाव है। पंजाब की जनता भी अब प्रदेश में डबल इंजन की सरकार चाहती है और पंजाब व अपना विकास करना चाहती है। प्रधानमंत्री मोदी ने पंजाब के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए भी जबरदस्त सुविधाए दी हैं, जिस के तहत सभी पंचायतों को लाखों रुपये दिए गए हैं। गजेंदर सिंह शेखावत ने कहाकि पंजाब की पिछली सरकारों ने प्रदेश को कंगाली व बदहाली के कगार पर ला खड़ा किया है। पंजाब जी.डी.पी. के मामले में चौथे स्थान से 16वें स्थान पर आ गया है। पंजाब आज 4 लाख करोड़ के कर्जे के बोझ तले दब चुका है। पंजाब आज नीचे से दुसरे नम्बर पर आ गया है। पंजाब को इस सबसे निकालने की जरुरत है। इसके लिए पंजाब में बदलाव की जरुरत है। अकाली दल से समझौता सत्ता के लिए नहीं बल्कि सद्भावना और भाईचारे के लिए किया गया था। किसानों के लिए बनाए गए कानूनों को लेकर व्यवधान पर प्रधानमंत्री मोदी ने किसान भाइयों से माफ़ी मांगते हुए उन्हें वापिस लेकर किसान-हितैषी होने का प्रत्यक्ष प्रमाण दिया है। विपक्ष द्वारा फैलाए गए झूठ को बेनकाब करते हुए विपक्ष के दिग्गज नेताओं का भाजपा में शामिल होना भी इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है। मोदी सरकार ने किसानों के लिए कई सुधारों की शुरुआत की है जैसे मृदा स्वास्थ्य कार्ड, सब्सिडी वाला नीम कोटिड यूरिया, किसान सम्मान-निधि योजना, किसानों की फसलों की सीधे उनके खातों में अदायगी इत्यादि। कांग्रेस देश को बांटती है और भाजपा देश को जोड़ कर विकास के पथ पर आगे ले जाती है। उन्होंने पंजाब के लोगों को अपने लाभ के लिए पीएम मोदी की ईमानदारी और समर्पण का लाभ उठाने और आत्मानिर्भर भारत के नारे पर आगे बढ़ने का आह्वान किया। शेखावत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लिए कोई भी राजनीतिक दल चुनौती नहीं है, भाजपा कार्यकर्त्ताओं के लिए समय ही चुनौती है और भाजपा कार्यकर्त्ता इस चुनौती को बहुत सहजता से पार करेंगें। भाजपा उन सब को साथ लेकर चलेगी जो प्रधानमंत्री मोदी व भाजपा की नीतियों व विचारधारा का समर्थन करते हैं। भाजपा ऐसे लोगों का अपने परिवार में स्वागत करती है। पंजाब की जनता पंजाब सरकार से इतनी दु:खी है कि वो पंजाब में नया इतिहास लिखने को तैयार है और भाजपा को विकल्प के रूप में देखते हुए सत्ता-परिवर्तन के लिए भी तैयार है। उन्होंने कहा कि जनता इससे निजात पाने के लिए पंजाब में भी डबल इंजन की सरकार बनाने का मन बना चुकी है। शेखावत ने कहा कि केवल भाजपा ही भ्रष्टाचार को रोक सकती है, बेअदबी के मामलों में शामिल लोगों को दंडित कर सकती है, नशे के कारोबार को रोक सकती है और अच्छा पारदर्शी शासन प्रदान कर सकती है। उन्होंने कहा कि पंजाब पिछली सरकारों की नीतियों के कारण वित्तीय और सामाजिक तनाव और संकट में आ चुका है। अब ईको-सिस्टम को बदलने की जरूरत है जो तभी संभव होगा जब भाजपा राज्य की बागडोर संभालेगी। अश्वनी शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी घोषणामंत्री हैं, जनता से वादे पर वादे किए जा रहे हैं, लेकिन इसके लिए पैसा कहाँ से आएगा, यह नहीं बताते! उन्होंने कहा कि कांग्रेस की ओर से प्रदेश के विकास के लिए कुछ नहीं किया गया। केंद्र सरकार की योजनाओं को अपना बताकर लोगों को लुभाने की कोशिश की जा रही है। शर्मा ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा पंजाब की जनता को केंद्र की योजनाओं के तहत दिए गए लाभों को पंजाब सरकार का बता कर उसका श्रेय लेने की होड़ में लगे हैं। शर्मा ने कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि लोगों से कांग्रेस ने 2017 में जो वादे किए गए थे, उनमें से एक भी पूरा नहीं किया गया। अश्वनी शर्मा ने कहा कि लुधियाना में इक्कठे हुए हज़ारों कार्यकर्ताओं का विशाल जन-समूह इस बात का प्रमाण है कि इस चुनाव में प्रदेश की 117 सीटों पर कार्यकर्ताओं की मज़बूत संकल्प-शक्ति की बदौलत भ्रष्टाचारी कांग्रेस के युग का अंत कर जन-समर्थन से प्रचंड बहुमत हासिल कर प्रदेश में भाजपा का विजय परचम लहरा कर सरकार बनाएगी व नया इतिहास रचेगी। भाजपा ही पंजाब में एकमात्र ऐसी पार्टी है जो विकास के एजेंडे पर पंजाब को नई दिशा व गति प्रदान कर सकती है। भारतीय जनता पार्टी पंजाब की जनता को नशा-मुक्त, भ्रष्टाचार-मुक्त, रोजगार युक्त व स्थाई सरकार देने के लिए वचनबद्ध है। झूठे वादों से ऊब चुकी जनता अब पंजाब में परिवर्तन के मूड में है और भाजपा की सरकार बनाने का मन बना चुकी है। दुष्यंत गौतम ने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा पंजाब में पहले 23 सीटों पर चुनाव लड़ती थी, लेकिन पहली बार अपने दम पर 117 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रहे हैं। इसके लिए प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा की फ़ौज को देख कर मुझे बहुत ख़ुशी हो रही है, जो विपक्ष के साथ चुनावी लोहा लेने तथा ‘नया पंजाब भाजपा के साथ’ के लिए तैयार है। कोरोना काल में प्रधानमंत्री मोदी के ‘सटे एट होम’ के आह्वान पर कांग्रेस, अकाली दल व अन्य दलों के नेता इसे मानते हुए घर में दुबक गए, लेकिन भाजपा कार्यकर्त्ता जनता की सेवा में जुट गए। कांग्रेस पर बरसते हुए उन्होंने कहा कि आजादी के वक्त जवाहर लाल नेहरु ने अपनी प्रधानमंत्री की कुर्सी के लिए महज चार किलोमीटर दूर बसे श्री ननकाना साहिब को पाकिस्तान में छोड़ दिया, लेकिन अगर उस वक्त सरदार वल्लभ भाई पटेल प्रधानमंत्री होते तो आज करतारपुर साहिब कॉरिडोर बनाने की जरुरत नहीं पड़ती, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी ने 70 वर्ष के इस इंतज़ार को खत्म करते हुए श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर का निर्माण कर नानक नाम लेवा संगतों के खोला। कांग्रेस ने 84 में सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब पर हमला कर जहाँ गुरु घर का अपमान किया वहीं हजारों लोगों का खून बहाया, दिल्ली में सैकड़ों निर्दोष सिख भाईयों को गले टायर डाल कर जिन्दा जलाया गया, लेकिन कभी इस सब के लिए कांग्रेस ने कभी माफ़ी नहीं माँगी। किसानों पर गोलियाँ चला कर शहीद किया, लेकिन आज तक कांग्रेस ने माफ़ी नहीं माँगी। कांग्रेस ने अपने फ़ायदे के लिए कृषि कानूनों को लेकर किसान संगठनों को उकसा कर उन्हें धरने-प्रदर्शनों के रास्ते पर धकेला और पंजाब का शान्तमय व भाईचारे का माहौल ख़राब करने की कोशिश की। प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी ने देश-हित्त में इन कृषि कानूनों को वापिस लेकर किसान भाईयों से माफ़ी मांगते हुए कहा कि यह कानून किसानों के हित्त में लाये गए थे, लेकिन कुछ किसानों को हम इनके फ़ायदे नहीं समझा पाए। उन्होंने किसानों को प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा नए कानून बनाने संबंधी भेजे गए प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए भी बधाई दी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार किसान-हितैषी थी और किसान-हितैषी रहेगी। गौतम ने सभी कार्यकर्ताओं को कांग्रेस व अन्य विपक्ष की जनता विरोधी नीतियों के संबंध में जागरूक करने तथा उन्हें भाजपा के साथ जोड़ कर भाजपा उम्मीदवारों के हक में वोट करने के लिए जागरूक करने का आह्वान किया। डॉ. सुभाष शर्मा ने मंच से राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया, जिसका केन्द्रीय मंत्री सोम प्रकाश व डॉ. नरेंदर सिंह रैना ने समर्थन किया तथा सभी ने हाथ उठा कर जयघोषों के साथ इस प्रस्ताव का स्वागत किया। इस अवसर पर बिक्रमजीत सिंह चीमा, सुखवंत सिंह धनौला, राजेश हनी, राहुल महेश्वरी, गुरदेव शर्मा देबी, अनिल सरीन, प्रवीन बंसल, राकेश राठौर, मोना जैसवाल, राजिंदर बिट्टा, जनार्दन शर्मा, राकेश गोयल, जिला महासचिव राम गुप्ता, कान्तेंदु शर्मा, सुनील मोदगिल, महेश शर्मा, हर्ष शर्मा के अतिरिक्त कई दिग्गज नेताओं सहित प्रदेश कोर ग्रुप के पदाधिकारी, प्रादेशिक पदाधिकारी एवं कार्यकारिणी सदस्य, प्रदेश मोर्चा के पदाधिकारी एवं कार्यकारिणी सदस्य, प्रदेश परिषद के सदस्य, प्रदेश प्रकोष्ठ टीम के पदाधिकारी, विधानसभा प्रभारी, विधानसभा विस्तारक, जिलाध्यक्ष व पदाधिकारी, जिला मोर्चा के पदाधिकारी, जिला प्रकोष्ठों के संयोजक व मंडलों के पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।