- गौमाता के नाम का उच्चारण करने से निर्मल होते हैं मन व बुद्धि : स्वामी देवव्रत जी
लुधियाना (विशाल, रिशव )- गौसेवक राधिका गर्ग की प्रेरणा से शीनम बांसल ने दंडी स्वामी गौलोक गौधाम शाखा-2 में गौ सेवा कर अपने जन्म दिन की खुशियां मनाई। स्वामी देवव्रत जी महाराज ने शीनम बांसल को आर्शीवाद देते हुए उनके सफल जीवन व्यतीत करने की प्रार्थना गौमाता के चरणों में की। स्वामी देवव्रत जी ने गौसेवा को सर्वोपरि बताते हुए कहा कि गौरक्षा व सेवा सनातन धर्म के अनुयायियों का परम धर्म कर्तव्य है। गौ सेवा करने से मन को शांति मिलती है। गौमाता के नाम का नियमित उच्चारण करने से मन व बुद्धि निर्मल होती हैं वहीं शारिरक तौर पर इंसान बलवान होता है। शीनम बांसल ने गौमाता के चरणों में नतमस्तक होते हुए कहा कि गौमाता की सेवा कर उन्हें मन से खुशी प्राप्त हुई है। दंडी स्वामी गौलोक गौधाम शाखा-2 कार्यकारिणी के सदस्यों एडवोकेट संजीव सचदेवा, एडवोकेट अमनदीप भनोट व एडवोकेट शाम लाल छाबड़ा व दीपाली बस्सी ने शीनम बांसल को दोशाला व प्रसाद भेंट कर जन्म दिन की बधाई दी। इस अवसर पर विकास बांसल, रोहित गर्ग, जतिन्द्र गुजराती,अविनाश गुप्ता, रमेश गर्ग सहित अन्य भी उपस्थित रहे।