- शिवसैनिकों ने जगराओं पुल चक्का जाम कर किया रोष प्रदर्शन
- हिन्दू देवी देवताओं व् गऊ हत्या पर मौजूदा सरकार व् विपक्ष क्यों मौन-चन्द्रकान्त चड्ढा
- कहा,सियासी वॉर पर एक के बाद एक ट्वीट करने वाले ट्वीटर अकॉउंट हिन्दू समाज की भावनाएं आहत होने पर क्यों हो जाते बंद
लुधियाना (विशाल, रिशव )- पंजाब में लगातार सनातन धर्म के मंदिरों में तोड़फोड़,देवी देवताओं की बेअदबी व् हाल ही में लुधियाना में गौ हत्या होने के मामलो के रोष स्वरुप शिव सेना बाला साहेब ठाकरे में रोष की लहर भड़क उठी है।पार्टी के पंजाब प्रमुख श्री योगराज शर्मा के दिशा निर्देशों पर शिवसैनिकों द्वारा शुक्रवार को लुधियाना के जगराओं पुल पर पंजाब में सनातन धर्म के साथ हो रहे सौतेले व्यवहार के विरोध में सांकेतिक चक्का जाम कर रोष प्रदर्शन किया गया।प्रदर्शन की अध्यक्षता शिव सेना बाला साहेब ठाकरे के राज्य सरपरस्त अमर टक्कर,प्रवक्ता चन्द्रकान्त चड्ढा,ट्रांसपोर्ट सेना के राज्य प्रमुख मनोज टिंकू,युवा सेना के महासचिव गौतम सूद,उपाध्यक्ष विपुल कुमार,सीनियर उपाध्यक्ष बॉबी मित्तल,सँगठन मंत्री चन्द्र कालड़ा,भवानी सेना की प्रदेश महासचिव पूजा नरूला व् प्रदेश सचिव दीपक अरोड़ा ने की।जगराओं पुल पर चक्का जाम रोष प्रदर्शन के दौरान शिवसैनिकों ने मौजूदा सरकार,विपक्ष व् समूह राजनीतिक दलों के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की गई।प्रदर्शन के दौरान सम्बोधन करते हुए चन्द्रकान्त चड्ढा,मनोज टिंकू,बॉबी मित्तल व् चन्द्र कालड़ा ने कहा कि पंजाब में आए दिन सनातन धर्म के धार्मिक स्थानों पहले अमृतसर,जगराओं,मलेरकोटला,समराला में तोड़फोड़ की गई,वहीं फिल्मों में महामाई के पवित्र जागरण में अश्लीलता भरे दृश्य दिखाए गए व् हाल ही में लुधियाना में गौहत्या होने के बाद गौमाता के सिर व अन्य अंग सामने आने के बाद लगातार हिन्दू समाज मे आक्रोश की लहर उठ रही है वहीं इन सभी मामलों में जरा सी सियासी लड़ाई पर एक के बाद एक प्रतिक्रिया देने वाले मुख्यमंत्री,मौजूदा सरकार,विपक्ष व् अन्य राजनीतिक दलों की कोई भी प्रतिक्रिया सामने न आना व् हिन्दू समाज की भावनाएं आहत होने पर ट्वीटर बंद हो जाने से भी हिन्दू समाज के साथ होने वाले सौतेले व्यवहार का प्रमाण मिला है।अमर टक्कर,गौतम सूद,दीपक अरोड़ा,विपुल कुमार व् पूजा नरूला ने कहा कि लुधियाना में इतने बड़े शर्मनाक कृत्य होने के बाद एक बात साफ जाहिर हो गई है कि सत्ता में आने से पूर्व राजनीतिक दलों का हिन्दू समाज को अपना भाई बन्धु बताना महज ड्रामेबाजी है क्योंकि अभी तक सनातन धर्म की भावनाओ के साथ खिलवाड़ होने के किसी भी मामले में जनता के चुने प्रतिनिधियों ने विधानसभा या संसद में सनातन धर्म के हकों के लिए आवाज बुलंद नहीं की।वहीं पिछले करीब 12 वर्षों से करोड़ों अरबों रुपये काऊ सेस वसूले जाने के बाद भी आवारा पशुओं के रखरखाव की जिम्मेदारी तय न होने पर भी कड़ा रोष व्यक्त करते हुए शिवसेना नेताओं ने कहा कि किसी भी जनप्रतिनिधि या बड़े अधिकारी द्वारा काऊ सेस से एकत्रित होने वाले धन से आवारा पशुओं के रखरखाव के लिए कोई भी उचित कदम उठाने का प्रयास नहीं किया जिसका खामियाजा बेसहारा पशुओं को सड़कों पर आवारा होकर घूम कर पड़ रहा है।उपरोक्त नेताओं ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि इन सभी मामलों में मौजूदा सरकार,विपक्ष सहित सभी राजनीतिक दलों की चुप्पी के विरोध में शिव सेना बाला साहेब ठाकरे जल्द ही राज्य स्तरीय नेताओं के साथ विचार विमर्श कर बड़ा आंदोलन शुरू करेगी जो तब तक जारी रहेगा जब तक सनातन धर्म प्रेमियों को इंसाफ नहीं मिलता।इस अवसर पर शहीद सुखदेव थापर मेमोरियल ट्रस्ट से अशोक थापर,त्रिभुवन थापर,समाज सेवी अंकित बतरा,जगदीश रिंकू,भगवान वाल्मीकि संघ से रवि बाली,शिव सेना बाला साहेब ठाकरे के जिला प्रधान रजिंदर सिंह भटिया,उपाध्यक्ष राकेश देम,विमल गुप्ता,सिटी प्रमुख बसन्त भोला,देहाती प्रधान शिवा शर्मा,प्रभारी रजिंदर भटिया,युवा विंग प्रभारी कुणाल सूद,उपाध्यक्ष अखिल कक्कड़,भवानी सेना सचिव पूनम वर्मा,हल्का प्रभारी सतनाम सिंह,अशोक वोहरा,वरिष्ठ नेता वरुण खन्ना, जॉनी मेहरा,परमजीत सूद,रवि वोहरा,गुरदीप सिंह घुग्गी,वरुण सूद,अजय गुगलानी,दविंदर सूद,नरेश भारद्वाज,सुरेश मिश्रा,राजेश हैप्पी,आनंद प्रकाश,लक्की कुमार,दीपू कुमार,मोना जेठी,जसवंत कौर,पूनम रानी,गुड्डू सिंह,अमरजीत भाटिया आदि शिवसैनिक उपस्थित थे।