- सरसों तेल, डालडा घी व रिफाइंड के बढ़ते दामों के चलते सूखी रोटी खाने को मजबूर मध्यमवर्गीय लोग : टपारिया
लुधियाना (विशाल, रिशव )- महिला कांग्रेस विधानसभा पूर्वी के ब्लाक-1 और ब्लाक-2 की तरफ से पार्षद मनीषा टपारिया सुरिन्द्र कौर व सीमा ढांडा की अध्यक्षता में कांग्रेस नेत्रियो ने वीरवार को सडक़ों पर उतर कर विरोध जताया। रोष प्रर्दशन के दौरान सरसों तेल की बोतले, डालडा घी व रिफाइंड तेल के पैकेट हाथों में लेकर महिला कांग्रेस सदस्यों ने बढ़ते दामों के लिए मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। महिला कांग्रेस अध्यक्ष लीना टपारिया विशेष तौर पर शामिल हुए। वहीं विधानसभा पूर्वी से संबधित राज्य, जिला, ब्लाक व वार्ड स्तर के महिला कांग्रेस पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। लीना टपारिया ने मंहगाई के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सतासीन भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि मोदी सरकार ने कुछ बड़े कार्पोरेट घरानों को खुली छूट देकर गरीबों के मुंह से दो वक्त का निवाला छीनने की खुली छूट दे रखी है। परिणाम स्वरुप पैट्रोल-डीजल, रसोई गैस के रेट आसमान छूने के बाद अब सरसों तेल का 180 से पार, डालडा घी व रिफांइड के रेटों का आंकड़ा 200 रुपये प्रति लीटर को छूने से मध्यम व गरीब अब सूखी रोटी खाने को मजबूर हो रहा है। उन्होने प्रधानमंत्री मोदी के अच्छे दिन लाने के बड़े-बड़े भाषणो को याद हुए कहा कि अब तो आपके शासनकाल में देश की जनता अच्छे दिनों के इंतजार में सूखी रोटी खाने को मजबूर हो गई है। अच्छे दिन न जाने कब लौटेंगे? अगर लौटेंगे बी तो कब लौटेंगे।