Saturday, May 10

सौ वृक्षों का रोपण करना ब्रह्मारूप और हजार वृक्षों का रोपण करने वाला विष्णुरूप बन जाता है : श्री सागरनाथ जी महाराज

  • मत्तेवाड़ा गांव में 100 से ज्यादा लगाए गए पौधे 

लुधियाना (विशाल, आयुष मित्तल)- पौधों को लगाने से नहीं उन्हें पालने से पर्यावरण का संरक्षण होगा। पौधे लगाकर उसका संरक्षण संतान के लालन-पालन जैसा है। धार्मिक मान्यताओं में पेड़ों का जीवन में विशेष महत्व बताया गया है व् सौ वृक्षों का रोपण करना ब्रह्मारूप और हजार वृक्षों का रोपण करने वाला विष्णुरूप बन जाता है उक्त शब्द उक्त शब्द मां बगलामुखी जी के परम भक्त श्री सागरनाथ जी महाराज (अमेरिका वाले) द्वारा मत्तेवाड़ा गांव में पौधारोपण दौरान कहे।गांव मत्तेवाड़ा में नाथजी द्वारा 100 से ज्यादा अलग अलग किस्म के पौधे लगाए गए।  इस अवसर पर मत्तेवाड़ा गांव के सरपंच किरपाल सिंह,जत्थेदार कमल सिंह,पंच कुलदीप कौर,पंच योगराज सिंह,पंच सुरिंदर कुमार छिंदी,गुरप्रीत कोर मैंबर,बिंदु मैम्बर,निर्मल कुमार,गुरमीत कौर ब्लाक समिति,राजविंदर सिंह,ने गुरु महाराज का स्वागत किया और पौधारोपण में उनको पूर्ण सहयोग दिया।सागरनाथ जी ने कहा कि धार्मिक और वैज्ञानिक दृष्टि से वृक्षों का बहुत महत्व है मानव जाति के जीवन का आधार वृक्ष ही है क्योंकि वृक्ष है तो मानव जीवन का अस्तित्व है इसके बिना मानव जाति का पृथ्वी पर जीवन असम्भव है। लोककल्याण सोशल वेलफेयर सोसाइटी के प्रधान समाज सेवक सुनील मैनी और प्रदीप वर्मा(महासचिव न्यू सरांफा बाजार एसोसिएशन)ने कहा कि पौधों से हमें आक्सीजन प्राप्त होती है और आक्सीजन का महत्व कोरोना काल में आज पूरी दुनिया जान चुकी है और यह पूरी मानव जाति को कुदरत का एक संकेत भी है कि कुदरत मानव जाति की भलाई के लिए है इसीलिए हमें कुदरत द्वारा दिए पौधों का सरंक्षण करना चाहिए न कि उनकी हत्या और हर मानव को अपने आसपास पौधारोपण जरूर करना चाहिए। इस अवसर पर सरपंच किरपाल सिंह,जत्थेदार कमल सिंह ने कहा कि सरकार की तरफ से हमें पौधे मिलते है परन्तु पौधों की सुरक्षा के लिए प्रशासन द्वारा जालियां नहीं दी जाती जिसके चलते ज्यादातर पौधों को आवारा जानवर खा जाते है इसलिए हमारा प्रशासन से अनुरोध है कि पौधों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा जालियां भी उपलब्ध कराई जाये . इस अवसर पर पुष्पा शर्मा(अमेरिका),इंदर शर्मा,गौरव मेहता,आदि उपस्थित हुए। 

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