- 5 बजे दुकानें बंद करने का फरमान व्यापारियों को मौत के मुंह में धकेलने जैसा
लुधियाना,(विशाल,राजीव)-कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा पंजाब में 5 बजे से दुकानें बंद करने और 6 बजे से पूर्ण लॉक डाउन के तानाशाही फरमान ने व्यापारियों की कमर तोड़ दी है क्योंकि करोना की वजह से व्यापार पहले ही मंदी के दौर से गुजर रहा था उस ऊपर कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा शनिवार व रविवार को पूर्ण लॉक डाउन के आर्डर से व्यापारीयो में हाहाकार मच गई है जिससे भयभीत होने वाला माहौल पैदा हो गया है।उक्त शब्द पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के राज्य महासचिव सुनील मेहरा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहे। उन्होंने आगे कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को ऐसे तानाशाही फरमान जारी करने से पहले व्यापार जगत का भी सोचना चाहिए था।क्यों कि व्यापारियों के दिए टैक्स से ही सरकार अपना कार्य करती है।वही पंजाब सरकार की ओर से लोगो को दी जा रही स्वास्थ्य सुविधा जीरो है। अस्पतालों के बाहर करोना मरीजों की लंबी लाइनें देखने को मिल रही है किसी को बेड नहीं मिल रहा किसी को आक्सीजन नहीं मिल रही और कोई अपने को बचाने के लिए दवाई व इंजेक्शन के लिए इधर उधर भाग रहा है सरकार की स्वास्थ्य सुविधाएं बिल्कुल जीरो पर है। अगर कैप्टन सरकार को पंजाब की जनता की इतनी ही फिक्र है तो वो अपने मंत्रियों संतरियो के साथ आपने घरों से निकल कर बाहर आए और इन सब चीजों की चैकिंग कर करोना मरीजों को सब सुविधाएं उपलब्ध करवाए।वही टीकाकरण कैंप लगाने से नहीं,अपितु स्वास्थ्य विभाग की टीमों को घर घर जाकर उनको जाग्रत कर वैक्सीन करनी चाहिए। जिससे इस बीमारी पर निजात पाया जा सके।जिस प्रकार पोलियो ड्रॉप्स घर घर जाकर पिलाने से देश पोलियो मुक्त हुआ था।परंतु कैप्टन सरकार हमेशा अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए व्यापारी जगत को ही बलि का बकरा बनाते हैं। पिछले साल करोना के कारण व्यापारी जगत का काफी नुकसान हुआ था। और इस बार भी व्यापारी जगत इस लॉक डाउन की वजह से भारी हानि उठाएं उठाने को मजबूर होगा। क्योंकि पिछले साल करीब पांच लाख के करीब लेबर वापिस गई थी जो अब तक वापस नहीं आई और इस बार फिर लॉक डाउन होने की वजह से लेबर में फिर से डर का माहौल पैदा हो गया है जिससे वो वापिस जाना शुरू हो गई है। अगर लेबल नहीं होगी तो इंडस्ट्री और कैसे चलेगी लेकिन कैप्टन साहब बंद कमरे में व्यापारियों से बात किए बिना अफसरशाही के कहने पर ऐसे फरमान जारी कर देते हैं।पंजाब मे लॉक डाउन होने के कारण बाहर से व्यापारी आने बंद हो गए हैं।जिससे यहां का लोकल व्यापारी आर्थिक संकट में फस गया है।वही उन्होंने कैप्टन सरकार से मांग करते हुए कहा कि पंजाब में जितने भी बड़े धार्मिक व सामाजिक संस्थान जिनके पास अस्पताल की सुविधा है।उन अस्पतालों में भी सरकार की ओर से करोना मरीजों के इलाज के लिए डाक्टर,बेड,दवाई,आक्सीजन की सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए।जिससे कि आम जनता को सड़को पर रुलना ना पड़े।वही कैप्टन सरकार को व्यापारियों से बात कर दुकानें खोलने के समय में भी परिवर्तन करना चाहिए।जिससे पंजाब में व्यापार तबाह होने से बच सके और पंजाब में बेरोजगारी न बढ़े।अगर कैप्टन सरकार ने व्यापारियों के हित को देखते हुए कुछ न किया तो व्यापार मंडल इसके लिए आंदोलन करेगा।