- कोविड 19 की पालना करने की हिदायत के साथ सरकार आम जनता पर लगाए प्रतिबंध हटाए
लुधियाना,(विशाल,अरुण जैन)-पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल की ओर से राज्य महासचिव सुनील मेहरा सचिव महेंद्र अग्रवाल जिला अध्यक्ष रविंद्र सिंह मक्कड़ चेयरमैन पवन लहर की अध्यक्षता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस मंडल कार्यालय माता रानी चौक में की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राज्य महासचिव सुनील मेहरा ने कहा कैप्टन सरकार पंजाब में 3 महीनों की सरकार है।क्योंकि 3 महीने बाद पंजाब में कोड ऑफ कंडक्ट लागू हो जायेगा। कैप्टन सरकार को चाहिए कि वह रात्रि कर्फ्यू 9 बजे के बजाय 11बजे से लेकर सुबह 5 बजे तक लगाएं क्योंकि मंदी की मार के कारण पंजाब का व्यापार बुरी तरह विफल हो चुका है पंजाब में बेरोजगारी बढ़ रही है जिस कारण पंजाब की अर्थव्यवस्था भी काफी पतली हो गई है। कैप्टन साहब को मंदी की मार को देखते हुए ऐसे नादिरशाही फरमान नहीं जारी करने चाहिए जिससे की जनता बेहाल हो जाए। मेहरा ने कहा कि कैप्टन साहिब आम जनता से कोविड 19 की के नियमो की पालना की अपील के साथ लगे हुए प्रतिबंधों को खत्म करे।ताकि आम व्यक्ति आपने काम धंधे आराम से कर सके।आम आदमी पर प्रतिबंध लोकतंत्र की हत्या है। राज्य सचिव महेंद्र अग्रवाल ने कहा कि पुलिस कमिश्नर की ओर से गत दिनों एक बयान जारी किया गया जिसमें उन्होंने 5 से ज्यादा लोग इकट्ठे होने पर पाबंदी लगाकर धारा 144 लागू की।उन्होंने कहा जब राजनीतिक रैलियां हो सकती हैं जिसमें लाखों की संख्या में लोग एकत्रित होते हैं तो फिर आम आदमी पर ऐसी पाबंदी क्यों ऐसे नादिर शाही फरमान जारी कर सरकार क्या साबित करना चाहती है सरकार के मंत्रियों की बैठकों में बड़ी संख्या में लोग शामिल हो सकते हैं तो फिर आम आदमी पर ऐसी पाबंदी सरकार क्यों लगा रही है। करोना काल के दौरान सरकार ने आम आदमी को राहत देने की बजाय उस पर पाबंदी पर पाबंदी लगाकर उसका जीना दूभर कर दिया है। जिससे आम आदमी का विश्वास सरकार से उठ चुका है। जिला अध्यक्ष अरविंदर सिंह मक्कड़ चेयरमैन पवन लहर ने कहा सरकार ने अपने कार्यकाल में व्यापारियों से वायदे तो बहुत किए परंतु निभाए कोई भी नहीं। वर्ष 2022 में राज्य में चुनाव होने वाले हैं उन्होंने कहा कि जो सरकार व्यापारी के हित की बात करेगी वही अब पंजाब में राज करेगी। क्योंकि सरकार व्यापारियों के दिए हुए टैक्स से ही चल रही है अगर व्यापारी आज सुखी नहीं तो फिर ऐसी सरकारों का क्या फायदा एक तो व्यापारी टैक्स दे, उस पर अपने ऊपर पाबंदियां भी लागू करें यह अब कतई भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.