लुधियाना,(संजय मिका,विशाल)-शिव सेना हिंदुस्तान के जनसंपर्क कार्यकर्ता अभियान के तहत जिन कार्यकर्ता बैठकों का आयोजन आज लुधियाना से शुरू होना था, उसे कोरोना वायरस की नई गाइडलाइन के तहत पंजाब सरकार द्वारा सभी राजनीतिक गतिविधियों जिनमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हो पर रोक लगाने के कारण पार्टी ने अपने सभी कार्यक्रम 30 अप्रैल तक रद्द कर दिए हैं। आज उसी कार्यक्रम के तहत लुधियाना में आयोजित होने वाली विशाल कार्यकर्ता बैठक का आयोजन रद्द करते हुए केवल पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। इस पत्रकार वार्ता के माध्यम से पार्टी ने नई नियुक्तियों की घोषणा की है जिसमें जसवीर राजू को शिव सेना हिंदुस्तान पंजाब प्रदेश की युवा इकाई का हिंदुस्तान युवा सेना पंजाब प्रदेश का अध्यक्ष, गगन गगी को जिला प्रमुख हिंदुस्तान व्यापार सेना लुधियाना का जिला अध्यक्ष, शिवा शर्मा को हिंदुस्तान युवा व्यापार सेना जिला लुधियाना का अध्यक्ष एवं प्रिंस सिंह ठाकुर को जिला अध्यक्ष हिंदुस्तान युवा सेना लुधियाना तथा राघव सूद जिला वरिष्ठ उप प्रमुख हिंदुस्तान व्यापार सेना लुधियाना घोषित किया गया है। यह सभी घोषणाएं पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख श्री पवन गुप्ता जी ने आज लुधियाना में एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए किया। इस पत्रकार वार्ता में उनके साथ कृष्ण शर्मा राष्ट्रीय महामंत्री शिवसेना हिंदुस्तान एवं पंजाब प्रभारी, संजीव देम कार्यकारी पंजाब अध्यक्ष देवेंद्र भंगरिया जिला अध्यक्ष शिवसेना हिंदुस्तान लुधियाना भी उपस्थित रहे। इस पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए पवन गुप्ता जी राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव सेना हिंदुस्तान ने साफ शब्दों में पंजाब सरकार से मांग की की क्रोना गाइडलाइंस को पूरी शक्ति के साथ सभी वर्गों पर लागू की जानी चाहिए। केवल चुनिंदा लोगों पर लागू करने से यह महामारी पर रोक नहीं लगाई जा सकती। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि पंजाब सरकार अपने सभी वादों को पूरा करने में असफल साबित हो रही है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस शासनकाल में पंजाब का हिंदू समाज अपने आप को दूसरे दर्जे का नागरिक समझ रहा है क्योंकि हिंदू समाज के प्रमुख मांगों पर पंजाब सरकार कतई ध्यान नहीं दे रही। पंजाब के आतंकवाद पीड़ित हिंदुओं की सबसे बड़ी मांग कि 781 करोड रुपए का मंजूर किया गया आर्थिक पैकेज तुरंत रिलीज किया जाए वे पंजाब सरकार में आज तक एक फूटी कौड़ी रिलीज नहीं की है जो साफ दर्शाता है कि पंजाब सरकार, पंजाब के आतंकवाद पीड़ित हिंदुओं के जख्मों पर मरहम लगाने का इरादा नहीं रखते। इस समय पंजाब में कानून व्यवस्था बिल्कुल चौपट हो कर रह गई है हर जगह पर समाज विरोधी गुंडा तत्वों के हौसले बुलंद हैं जगह-जगह पुलिस पर हमले हो रहे हैं। उनकी वर्दियां फाड़ी जा रही हैं। पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। पंजाब में नशा खत्म करने की शपथ लेने वाले मुख्यमंत्री के शासन में पंजाब में नशा सरेआम बिक रहा है। गत दिनों में राजनीतिक लोगों के आशीर्वाद से चलने वाली शराब की फैक्ट्रियां सरेआम पकड़ी गई हैं जिनके कारण निर्दोष लोगों की मृत्यु हो गई थी। पंजाब का युवा नशे का शिकार हो रहा है। पंजाब में घर घर रोजगार देने का वादा करने वाले मुख्यमंत्री के निवास पर जब युवा नौकरी मांगने जा रहे हैं तो उन्हें पंजाब पुलिस की लाठियां खानी पड़ रही हैं। उनकी पगड़ी उतारी जा रहे हैं। इससे ज्यादा पंजाब के नौजवानों का अपमान क्या हो सकता है? पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब के किसी भी वर्ग के समस्याओं को सुनने के लिए बैठक करने के लिए या मिलने के लिए उपलब्ध नहीं है। पंजाब के लोगों ने मुख्यमंत्री का चुनाव इसलिए किया था कि वह अपनी समस्याओं के लिए या पंजाब के विकास के लिए उनसे मुलाकात कर सकें। अपने दुख दर्द की फरियाद उनसे कर सकें परंतु पंजाब के मुख्यमंत्री लगभग 4 वर्ष से ऊपर हो गए हैं वह किसी भी वर्ग की समस्याओं को सुनने के लिए किसी भी वर्ग के नेताओं को मिलने के लिए उपलब्ध नहीं है। पंजाब में अफसरशाही का राज भारी है। आज पंजाब में समस्याओं के हल के लिए मुख्यमंत्री से बैठक के लिए समय के लिए प्रदर्शन हो रहे हैं जिस राज्य का मुख्यमंत्री आम जनता के लिए उपलब्ध ना हो उस प्रदेश का विकास कैसे हो सकता है? बिना राजा प्रजा की क्या हालत होती है यह सब जानते हैं। शिव सेना हिंदुस्तान, मुख्यमंत्री पंजाब प्रदेश से मांग करती है कि वह आम जनता से मिले, उनकी समस्याओं का समाधान करें ।
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