- पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की अगुवाई में लुधियाना जालंधर नेशनल हाईवे को किया गया जाम
- पंजाब के लोगों का रहा गौरवमई कुर्बानी भरा इतिहास-राजीव कुमार लवली
- संसद के सत्र में कृषि कानूनों को रद्द करके केंद्र सरकार किसानों को दें बड़ी राहत-आजाद समाज पार्टी और भीम आर्मी
लुधियाना,(संजय मिका,विशाल)-आजाद समाज पार्टी और भीम आर्मी की ओर से लुधियाना जालंधर नेशनल हाईवे को जाम किया गया किसानों की ओर से 6 फरवरी को दिए गए चक्का जाम के समर्थन में यह जाम रहा, इस अवसर पर कृषि कानूनों की कॉपियों को अग्नि भेंट कर कर केंद्र सरकार पर जम के निशाने साधे गए, आजाद समाज पार्टी के पंजाब अध्यक्ष राजीव कुमार लवली ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री चंद्रशेखर आजाद के दिशा निर्देशों के मुताबिक बड़ी तादाद में वर्करों को एकजुट करके केंद्र सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की, दोपहर 12:00 बजे से लेकर 3:00 बजे तक संपूर्ण चक्का जाम किया गया लेकिन इस दौरान इमरजेंसी सेवाएं जैसे कि एंबुलेंस स्कूल बच्चों को जाने की अनुमति दी गई.इस अवसर पर आज़ाद समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार लवली एवं मालवा जोन के इंचार्ज और सीनियर मीत प्रधान एडवोकेट इंद्रजीत अथवा सीनियर लीडर अरुण भट्टी ने कहा कि पंजाबियों का इतिहास कुर्बानियों से भरा रहा है और मोदी सरकार शायद यह भूल चुकी है, राजीव कुमार लवली ने कहा कि मुगलों के समय से ही पंजाबियों ने कुर्बानियां देकर ना सिर्फ देश को आजाद करवाया बल्कि आपसी भाईचारा और एकजुटता को भी संदेश दिया।इस अवसर पर राजीव कुमार लवली की अध्यक्षता में आजाद समाज पार्टी और भीम आर्मी के सैकड़ों वर्करों ने एकजुट होकर ऋषि कानूनों की कॉपियों को अग्नि भेंट करके केंद्र की भाजपा सरकार को यह ताड़ना की के आज सिर्फ किसान ही नहीं बल्कि मजदूर, दबे कुचले लोग और दलित भी केंद्र सरकार की गलत नीतियों का शिकार हो रहे हैं, उन्होंने कहा कि दलितों के हकों ओर आवाज को दबाया जा रहा है, राजीव कुमार लवली ने कहा कि तुरंत केंद्र सरकार संसद के चल रहे सत्र में तीनों कृषि कानूनों को रद्द करे और किसानों को बड़ी राहत दे, उन्होंने कहा कि समाज मैं आम वर्ग, दलित वर्ग और मजदूर समाज की आवाज को दबाकर संविधान की अनदेखी केंद्र सरकार को भारी पड़ेगी।इस अवसर पर पंजाब प्रदेश अध्यक्ष आजाद समाज पार्टी राजीव कुमार लवली के इलावा मालवा जोन के इंचार्ज और सीनियर मीत प्रधान एडवोकेट इंद्रजीत, वरिष्ठ नेता अरुण भट्टी, राहुल, डॉ रविंदर सरोए, तालिब खान, बाबा रामा चौहान, इंदरजीत लंगाह, आनंद किशोर, सोमनाथ बाली, राहुल पारखी, राज भट्टी, वरिंदर जखु हीरा दोहा कतर, तीरथ समरा वरिष्ठ नेता, आलम खान, सोनू चौधरी, गुरचरण पहलवान, रंजीत सिंह बंटी, रमेश बल और बलविंदर सिंह गोल्डी के इलावा भीम आर्मी ओर आजाद समाज पार्टी के अन्य नेता और वर्कर भी शामिल हुए