
लुधियाना (विशाल,मदनलाल गुगलानी)-श्री दण्डी स्वामी जी महाराज जी के परम प्यारे श्री सतगुरु देव प.श्री जगदीश चन्द्र जी कोमल संकीर्तन सम्राट जी की पुण्य तिथि वरदान दिवस के रूप में 9 जनवरी सुफला एकादशी के दिन श्री सिद्ध पीठ श्री दण्डी स्वामी मंदिर में बड़े श्रद्धा भाव से श्री सतगुरु देव जी के शिष्य पर्रिकर द्वारा श्री राजकुमार शर्मा जी की अध्यक्षता में मनाई गई। श्री सिद्ध पीठ पर्रिकर द्वारा हरिनाम संकीर्तन किया गया।सिद्ध पीठ पर्रिकर के हरिपाल आहुजा, अश्वनी ग्रोवर,केशव जोशी,विशाल अरोड़ा, बृजमोहन ढींगरा,सुनील कालिया,साहिल नागपाल,सोमनाथ बबु, संदीप लाम्बा,प्रिंस छाबड़ा द्वारा संकीर्तन में गाए गे भजन:-“प्रभु मुझे ऐसा वर दए दे गुणगान करू तेरा”,”सतगुरु तुम्हारे नाम ने जीना सिखाया दिया मुझको तुम्हारे प्यार ने इंसा बना दिया”,”मेरे सतगुरु जी बड़े ही कृपानिधान”,”दिल मे न जाने सतगुरु क्या रंग भर दिया है”,”आप ने अपना बनाया सतगुरु मेहरबानी आपकी”,”खोलो दया का द्वार प्रभु जी अब खोलो दया का द्वार”,”हरिनाम सुनाने वाले तुजे लाखों प्रणाम”,”जे तू फड़दा साडी बाहँ, असां रूल जाना सी,सानु किते ना मिलदी थां, असां रूल जाना सी”,” आदि ने अपने भाव श्री सतगुरु देव जी के चरणों मे श्री हरिनाम संकीर्तन के माध्यम से अर्पित किये ।।मंदिर के प्रमुख प.श्री राजकुमार शर्मा जी ने बताया कि श्री कोमल जी ने अपना सारा जीवन हरिनाम संकीर्तन प्रचार और श्री दण्डी स्वामी जी के दरबार में संकीर्तन की धारा ऐसी बहाई जो 1951से आज भी चल रही है और आगे भी ये चलती रहेगी।श्री सतगुरु जी ने अपना जीवन लगा कर हम सभी पर ऐसा उपकार किया है जो भुलाया नहीं जा सकता आज का दिन उनके बताए हुए रास्ते पर चल कर अपने जीवन को सार्थक बनाने का दिन है।संकीर्तन के बाद भंडारे को भोग लगाकर आरती की गई। इस बार सरकार के आदेशानुसार सभी कार्य सादगी ढंग से किए गये। आरती के बाद प्रशाद पहले हर बार बिठा कर खिलाया जाता था पर इस बार प्रशाद पैक करके दिया जाएगा। इस अवसर पर बलजिंदर गुप्ता गुलशन नागपाल,दिनेश जिंदल,प. गोपाल शर्मा,राजेश गाबा,चेतन खोसला,शाम सूंदर पब्बी,मनीष वासिस्ट,माधव कालड़ा, वनीत अरोड़ा, नरिंदर शर्मा, ललित गुप्ता,ललित गुप्ता,ललित वर्मा, भारत भूषण गुप्ता,सुशील वर्मा,मोहित कुमार,प. राजिंदर शर्मा,दीपू मिगलानी,प. सोहनलाल शास्त्री,प. रोहित शर्मा, रितेश कुमार,हर्षमोहन,प्रवीण गुप्ता,प्रमोद गुप्ता, दंडी प्रधान, सुभाष क्वात्रा,रवि मलोहत्रा,रवि मेहता आदि उपस्थित थे।