
- गिल चौंक में खोला दीवान टोडरमल सेवा रसोई का दूसरा काउंटर
लुधियाना,(ਸੰਜੇ ਮਿੰਕਾ, ਵਿਸ਼ਾਲ)-संगठन हिन्दू न्याय पीठ की तरफ से 5 अगस्त 2020 से दीवान टोडरमल सेवा रसोई के माध्यम से लोगों को मात्र 10 रुपये में भोजन थाली उपलब्ध कराया जा रहा है जिसका दूसरा काउंटर गिल चौंक में खोला गया जिसका उद्धघाटन एसीपी सतीश वडेरा द्वारा किया गया और इस अवसर मुख्य रूप से दुर्गा माता मंदिर के प्रधान बलबीर गुप्ता,डॉ आर एस रामेश्वरी,मेहरचंद चुघ आदि पहुंचे जिनका संगठन द्वारा स्वागत किया गया ।इस अवसर पर प्रवीण डंग ने बताया कि दीवान टोडरमल सेवा रसोई के दूसरे काउंटर की सेवा का दायित्त्व सतीश अरोड़ा,प्रेम शर्मा,खरायती राम,अभी अरोड़ा,प्रमोद सूद निभाएंगे ।प्रवीण डंग ने इस अवसर पर कहा कि कोरोना काल दौरान मजदूर वर्ग को दो वक्त के खाने के लिए मजबूर देखा जिसपर संज्ञान लेते हुए संगठन द्वारा लोगों को भोजन उपलब्ध कराने का निर्णय लिया और दीवान टोडरमल सेवा रसोई का आरम्भ किया गया और इसके माध्यम से हिन्दू सिख एकता को एक नई दिशा मिली है क्योंकि दीवान टोडरमल ने अपने धर्म गुरु प्रति सेवा भावना के चलते कुर्बानी की एक मिसाल दी है और 17 वीं शतावधी में अपना सब कुछ बेच कर श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों और माता गुजरी के दाह संस्कार के लिए जमीन खरीदी थी जोकि आज विश्व की सबसे महंगी जमीन कही गई है और उस समय उनके द्वारा की गई कुर्बानी ने हिन्दू सिखों को एक न टूटने वाली कड़ी में पिरोया और सिख समाज आज भी उनकी कुर्बानी पर नतमस्तक है और संगठन का दीवान टोडरमल सेवा रसोई खोलने का एकमात्र यही उद्देश्य है कि दीवान टोडरमल सेवा रसोई के माध्यम से युवा पीढ़ी को अपने धर्म से परिचित हो परन्तु कुछ बाहरी असमाजिक शक्तियां हिन्दू सिख एकता को तोड़ने की फिराक में लगी हुई है और दीवान टोडरमल सेवा रसोई उनके नापाक इरादों पर एक तमाचा है।प्रवीण डंग ने कहा कि किसी की भावना को ठेस न पहुंचे इसलिए संगठन द्वारा एक सांकेतिक मूल्य 10 रुपये निर्धारित किया गया है।उन्होंने कहा कि संगठन का लक्ष्य है लुधियाना के हर मुख्य चौंक में दीवान टोडरमल सेवा रसोई का काउंटर खोलना है और संगठन बहुत कम समय में अपने इस लक्ष्य की पूर्ति भी कर रहा है।इस अवसर पर संगठन विधान परिषद भूपिंदर बंगा ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि 26 जनवरी को राज्य सरकार द्वारा समाज में उच्च्तम सेवायों के चलते अवार्ड दिया जाता है उस अवार्ड का नाम दीवान टोडरमल रखा जाए क्योंकि इतिहास गवाह है कि दीवान टोडरमल की सेवा भावना और कुर्बानी की मिसाल विलक्षण और अतुलनीय है और उनसे बड़ी सेवा और त्याग किसी ने नही किया।इस अवसर पर भूपिंदर बंगा,राजेश शर्मा,योगेश धीमान,अनिल वर्मा,दीपक अवस्थी,दीपक आदि उपस्थित हुए।