- संत समाज ने 10 नवंबर को विशाल भगवा मार्च निकालने का किया ऐलान
- भगवान राम का पुतला जलाना सनातन धर्म पर सीधा प्रहार : सन्त समाज
- अमृतसर में श्री राम के पुतला जलाने के विरोध में हिन्दू न्याय पीठ द्वारा धर्म संसद का आयोजन
- सन्त समाज व विभिन्न हिन्दू संगठनों के प्रतिनिधि धर्मसंसद में हुए शामिल हर आंदोलन में साथ देने का लिया संकल्प
लुधियाना,(संजय मिका ,विशाल)-हिन्दू न्याय पीठ कि तरफ से शांति देवी जैन धर्मशाला में सन्त समाज के सानिध्य में धर्म संसद का आयोजन किया गया जिसमें संत समाज से महामंडलेश्वर दयानन्द सरस्वती जी महाराज,स्वामी अध्यात्मानंद पुरी जी महाराज,स्वामी दावेश्रानन्द जी महाराज,स्वामी हरीशपुरी जी महाराज,महंत मीनाक्षी गिरी जी महाराज,पंडित ओम गोस्वामी जी महाराज,सुनील रावत,दविंदर भारद्वाज आदि विशेष रूप से उपस्थित हुए और अलग अलग हिन्दू संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए।इस अवसर पर प्रवक्ता प्रवीण डंग ने कहा कि धर्म संसद का आयोजन अमृतसर में भगवान राम का पुतला जलाए जाने के विरोध में किया गया है ।धर्म संसद में उपस्थित सभी प्रतिनिधियों ने आगे की रूपरेखा के लिए अपने अपने विचार रखे।प्रवक्ता प्रवीण डंग ने कहा कि अमृतसर में असमाजिक तत्वों द्वारा भगवान का जो अपमान किया गया है वह सीधे रूप में सनातन धर्म पर प्रहार है जिसको कदापि सहन नही किया जाएगा और इसका जवाब दिया जाएगा तांकि भविष्य में ऐसे असुरी तत्व हिन्दू धर्म का अपमान की चेष्टा न कर सके।उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है सनातनी लोगों के एकजुट होने का क्योंकि एकजुटता के अभाव में ही असमाजिक तत्व सक्रिय होकर हिन्दू धर्म की चंहु और से हानि पहुंचा रहे है चाहे वह हिन्दू नेता पर हमला हो चाहे धर्म स्थानों का अपमान हो।इस अवसर पर सन्त समाज ने कहा कि हिन्दू कमजोर नही बल्कि शांति प्रिय है परंतु वह शस्त्र और शास्त्र का ज्ञान भी भलीभांति से जानते है और अवसर आने पर हिन्दुत्त्व की रक्षा के लिए धर्म की रक्षा के लिए इसका सदुपयोग भी करेंगे।संत समाज ने 10 नवंबर सुबह 11 बजे ऐतिहासिक राम लीला मैदान से सभी हिन्दू संगठनों,साजामिक संस्थाओं और राजनितिक पार्टियों के साथ विशाल भगवा मार्च निकालने का ऐलान किया जोकि रामलीला मैदान से शुरू होकर जिलाधीश कार्यालय तक जाएगा।उपस्थित हिन्दू संगठनों ने एक स्वर में एकजुटता से कहा कि यह विषय किसी पार्टी और संगठन का न होकर सनातन धर्म का है और सनातन धर्म के ध्वज के तले हम सभी एक है और अपने धर्म की रक्षा के लिए वचनबद्व है इसीलिए अपनी एकजुटता का परिचय देते हुए वह सन्त समाज के आदेशानुसार उनके सानिध्य में हर आंदोलन में साथ है।प्रवक्ता प्रवीण डंग ने कहा कि हिन्दू समूह संगठनों ने प्रशासन से यह मांग रखी है कि दोषियों के खिलाफ 295 ए के साथ 302 का पर्चा दर्ज करें और घटना वाले स्थान पर उस भूमि को पवित्र कर वहां राम मंदिर बनाया जाए और इनके पीछे जो साजिशकर्ता है उन्हें सार्वजनिक किया जाये नहीं हिन्दू संगठन विकराल रूप से देशरूपी आंदोलन को बाध्य होगा।उन्होंने कहा कि जल्द ही इस विषय पर हिन्दू संगठनों का 11 सदस्य शिष्टमंडल मुख्यमंत्री और राजयपाल से मिलेगा। इस अवसर पर अनिल शर्मा(पंजाब प्रधान एंटी टेररिस्ट फ्रंट),वरुण मेहता(पंजाब प्रवक्ता हिन्दू तख्त),संदीप थापर(शिव सेना पंजाब),चन्दर्कांत चड्डा(पंजाब प्रधान शिव सेना हिंदुस्तान व्यापार सैल)डॉ कमलजीत सोई(राष्ट्रीय सचिव गौ सेवा संघ),रोहित साहनी(शिव सेना हिन्द),अशोक धीर(),पंडित राजन शर्मा(पंजाब चेयरमैन हिन्दू न्याय पीठ),अमित अरोडा(लुधियाना प्राइड वेलफेयर फॉउंडेशन),जतिंदर(भाजपा नेता),कुलदीप जैन सुराना(तेरा पंथ जैन समाज),अश्वनी बहल(हर हर महादेव शिवरात्रि महोत्स्व कमेटी),हरबंस लाल फैंटा(पूर्व पार्षद),नामधारी हरविंदर(अनुयायी ठाकुर दलीप सिंह जी महाराज),रमित मलिक(हिन्दू न्याय पीठ),विजय शास्त्री(सर्व ब्राह्मण समाज संगठन)अमित गर्ग(इस्कॉन लुधि:),लाल चंद खुराना(पूर्व प्रधान शिवपुरी मंदिर कमेटी),बलजोत सिंह (महासचिव हिन्दू सिख जागर्ति सेना)सतीश अरोड़ा(जिला चेयरमैन हिन्दू न्यायपीठ)राजेश शर्मा(उपप्रधान जागर्ति सेना)आदि उपस्थित हुए।