- रेल रोको के विरोध में शिव सेना पंजाब ने रेल स्टेशन पर राष्ट्रीय ध्वज फहरा कर दिया आतंकियों को कड़ा संदेश
लुधियाना,(संजय मिका ,विशाल)-विदेशी भूमि की पनाह में भारत के खिलाफ कुत्ते की तरह भौंकते वाले आतंकवादी पन्नु का रेल रोको भी पूरी तरह से फलाप हो गया,किसी ने उसको मुंह नही लगाया। शिव सेना पंजाब ने आतंकवाद को कड़ा जबाब देने के लिए पन्नु जैसे को कड़ा संदेश देते हुए लुधियाना रेलवे स्टेशन पर राष्ट्रीय घ्वज फहराया। शिव सेना पंजाब के चेयरमैन राजीव टंडन ने कहा कि अब तो पन्नु को अपनी औकात कर पता लगा गया होगा। उन्होंने शिव सेना पंजाब के टकसाली नेता सन्दीप थापर उप प्रमुख अमित अरोड़ा पंजाब चेयरमैन प्रिंस शर्मा अजय मिश्रा सुमित जसूजा रितेश मनचंदा जिला प्रधान अरविंद वालिया सिटी प्रधान अश्वनी चोपड़ा रोहित जोशी हेमंत ठाकुर संजीव सैनी परमजीत सिंह आजाद नीरज भारद्वाज प्रिंस जैन जतिंदर शर्मा मनप्रति मोनू विनोद शर्मा रवि वर्मा युथ चेयरमैन भानु प्रताप की मौजूदगी में कहा कि शिव सेना सदैव आतंकवाद के खिलाफ डट कर खड़ी है तथा आगे भी खड़ी रहेगी। उन्होंने कहा की आंतकवादी गुरपंतवत सिंहपन्नू का एक ही लक्ष्य है कि किसी तरह से सिर्फ पंजाब का माहौल खराब किया जाए। अपनी लगा होती बेईज्जती को वो महसूस भी नही कर रहा, पहले रिफ्रैंडम 2020, फिर ईनामों का लालच देकर झंडे चढ़ाने,अरदास करने तथा देश के खिलाफ गतिविधियों को लिए युवा पीढ़ी को उकसा रहा है तथा खालिस्तान का सपना दिखा कर उनको भडक़ा रहा है। टंडन ने कहा कि अब उसने आज फिर रेल रोकने की बात कर अपनी हताशा का परिचय दिया है। शिव सेना नेता नेता ने कहा कि पन्नु जैसे कुत्ते के कहने पर रेल तो क्या देश में एक साईकल नही रुकी। टंडन ने कहा कि पन्नु भूल जाए कि पंजाब की धरती पर खालिस्तान बनेगा। शिव सेना नेता ने कहा कि कल फिर पंजाब में फिर हथियारो का पकड़े जाना तथा इन हथियारों का खालिस्तानी समर्थको की हाथों में पहुंचना आखिर क्या साबित करता है। उन्होंने कहा कि सरकार आतंकवाद के प्रति अपनी नीयत तथा नीति में सुधार करे। आतंकवाद के खिलाफ छाती ठोक कर उसका मुकाबला करने वाले हिंदू नेताओं की जान तो दांव पर लगाकर सरकार गर्मपंथीयों को खुश करने के लिए उनकी सुरक्षा में कटौती कर रही है तथा जिनको धमकीयां मिल रही है,उनको सुरक्षा नही दी जा रही। जबकि सरकार के पिट्ठू सुरक्षा दस्तों में मौैज मस्ती कर रहे है। राजा ने कहा कि सरकार खालिस्तानी ताकतों को सख्ती से निपटने के साथ साथ हिंदू नेताओं की सुरक्षा की तरफ भी ध्यान दे। सुरक्षा रिव्यू के नाम पर सुरक्षा कटौती संबंधी सरकार की नीति खतरनाक है। यदि किसी हिंदू नेता का नुकसान हुआ तो सीधे सीधे पंजाब सरकार जिम्मेवार होगी।